रायपुर। छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों पर हुए चुनाव के आखिरी दौर में आज वोटों की गिनती हुई। रायपुर के विधायक और लोकसभा के प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल ने सर्वाधिक वोटों से जीत का इतिहास बना दिया है। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी विकास उपाध्याय को 5 लाख 75 हजार 285 वोट से हराया है, जो पूरे छत्तीसगढ़ में जीत का सर्वाधिक आंकड़ा है।
रायपुर लोकसभा के लिए विधायक और प्रदेश के शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को बीजेपी द्वारा प्रत्याशी घोषित करने के साथ ही यह चर्चा सर्वत्र थी कि बृजमोहन अग्रवाल का चुनाव जीतना तो तय है, अब देखना है कि वे कितने मतों के अंतर से जीतते हैं। आज चुनाव का परिणाम आ गया है और बृजमोहन अग्रवाल ने 5 लाख 75 हजार 285 से भी अधिक वोटों के अंतर से चुनाव जीत गए हैं। छत्तीसगढ़ में अब तक हुए किसी भी लोकसभा चुनाव में जीत का यह सर्वाधिक आंकड़ा है।
बृजमोहन अग्रवाल की इस ऐतिहासिक जीत से कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल नजर आ रहा है। मतगणना स्थल से लेकर पूरे शहर में बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता मिठाई बांटकर और पटाखे फोड़कर खुशियां मना रहे है।
बता दें कि बृजमोहन अग्रवाल ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भी जीत के सर्वाधिक आंकड़े का रिकॉर्ड बना चुके हैं। यही नहीं वे रायपुर विधानसभा में अखंड मध्यप्रदेश में 3 बार और छत्तीसगढ़ में लगातार 5 बार चुनाव जीत कर यहां का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। यह भी एक रिकॉर्ड है।
रायपुर, छत्तीसगढ़ की राजधानी होने के साथ-साथ राज्य का सबसे बड़ा शहर है। रायपुर एक महत्वपूर्ण औद्योगिक और व्यापारिक केन्द्र है। शहर को स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में भारत का 6वां सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया था। इस सीट का इतिहास अपने आप में काफी दिलचस्प है। राजनीतिक तौर पर देखें तो यहां पिछले 20 सालों से बीजेपी का कब्जा है।
रायपुर लोकसभा सीट में 9 विधानसभाएं आती हैं। इनमें रायपुर की चारों सीटों के अलावा अभनपुर, आरंग, धरसींवा, बलौदाबाजार और भाटापारा शामिल है। इनमें से सिर्फ भाटापारा सीट ही कांग्रेस के पास है जबकि बाकी सभी आठों सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। कांग्रेस इस सीट पर जीत का खाता खोलने के लिए कड़ी कोशिश कर रही थी, लेकिन इस बार भी कांग्रेस को निराशा हाथ लगी है.
आजादी के बाद से 90 के दशक तक यह सीट कांग्रेस का गढ़ रही है। इस अवधि में कांग्रेस ने लगातार यहां से जीत हासिल की थी। हालांकि, 1996 के बाद से परिस्थितियां बदल गईं और यह सीट भारतीय जनता पार्टी के अभेद गढ़ में बदल गई। 2019 के लोकसभा चुनाव में रायपुर सीट से बीजेपी के सुनील सोनी सांसद चुने गए थे। इस बार के चुनाव में बीजेपी ने अपने कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को उम्मीदवार बनाया और उन्होंने ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
छत्तीसगढ़ की राजनीति में बीजेपी के दिग्गज नेता बृजमोहन अग्रवाल का महत्वपूर्ण स्थान है। पिछले 35 वर्षों से वे लगातार विधायक रहे हैं और रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र का लगातार आठवीं बार प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। बृजमोहन अग्रवाल ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से एक छात्र नेता के रूप में की थी। इसके बाद, 1990 में अविभाजित मध्यप्रदेश के समय पहली बार विधायक बने। उन्होंने 1993 और 1998 में भी अविभाजित मध्य प्रदेश के रायपुर से विधायक पद पर जीत हासिल की। छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद, बृजमोहन अग्रवाल ने अपनी जीत का सिलसिला जारी रखा। उन्होंने 2003, 2008, 2013, 2018 और 2023 के विधानसभा चुनावों में लगातार पांच बार जीत दर्ज की।
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