मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वन्य प्राणियों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए 10 किलोमीटर की दूरी में गावों आजीविका सम्बन्धित गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए वन्य प्राणियों को सुरक्षा की दृष्टि से वन क्षेत्रों में संचार मजबूत बनाने और द्वंद रोकने के लिए जागरूकता अभियान को गति देने के लिए पानी तथा चारागाह विकसित करने का निर्देश दिया।
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में बाघों की संख्या चार गुना करने के लिए ‘ग्लोबल टाइगर फोरम’ (जीटीएफ) द्वारा प्रस्ताव दिया गया था जिसके क्रियान्वयन की अनुमति बैठक में दी गई। इसके तहत मध्यप्रदेश से बाघ लाकर अचानकमार बाघ अभयारण्य में छोड़े जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि अचानकमार बाघ अभयारण्य में वन्यप्राणियों के लिए जल स्त्रोतों और चारागाह को विकसित किया गया है, जिससे शाकाहारी वन्यप्राणियों की संख्या में वृद्धि हो सके।