स्वच्छता सर्वेक्षण टीम के आने के पहले नगर निगम ने तैयारियां तेज कर दी हैं। टीम फरवरी में आएगी। इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण में कचरा निष्पादन को प्रमुख तरजीह दी गई है। इस पर निगम ने लापरवाही बरतने वाले कर्मियों पर कार्रवाई भी शुरू कर दी है। अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक 2022 में 7,500 अंकों में फेरबदल करते हुए केंद्रीय टीम ने वर्ष 2023 के लिए इसे 9,500 अंकों का कर दिया है। नगर निगम द्वारा आम नागरिकों के घरों से गीला और सूखा कचरा अलग-अलग लेने के अभियान के तहत शुक्रवार को कचरा लेने में लापरवाही करने पर तीन ड्राइवरों और तीन हेल्परों की सेवाएं समाप्त कर दीं, वहीं कचरा अलग-अलग नहीं देने वालों पर भी जुर्माना वसूली की कार्रवाई तेज कर दी गई है।
स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर निगम ने तैयारी तेज कर दी है। गीले-सूखे कचरे के संग्रहण के साथ इसके निष्पादन को लेकर दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। आम लोगों से भी अपील है कि वे अलग-अलग डस्टबिन में रखें। इस पर लापरवाही बरतने वाले तीन ड्राइवर व तीन हेल्परों की सेवाएं समाप्त की गई हैं, वहीं लापरवाही बरतने पर आम लोगों पर भी जुर्माना लगाया जा रहा है।