रायपुर। छत्तीसगढ़ में हर दिन महिलाओं के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आ रहा हैं। इसके बावजूद केंद्र सरकार की ओर से महिला सुरक्षा के लिए जारी निर्भया फंड का पूरा इस्तेमाल नहीं हो पाया है। पिछले छह वर्षों में छत्तीसगढ़ के लिए केंद्र से लगभग 83 करोड़ रुपये जारी हुए और खर्च 53 करोड़ रुपये हुए हैं। यानी प्रदेश में 63.63 प्रतिशत राशि का इस्तेमाल हुआ है।
महिला बाल विकास विभाग की ओर से पीड़ित महिलाओं को न्याय और कानूनी परामर्श देने के लिए सखी वन स्टाप सेंटर चलाया जा रहा है।इसमें किसी भी तरह के अपराध होने के पहले महिलाएं व लड़कियां 181 पर संपर्क कर सकती हैं। इसके अलावा सेफ सिटी अवेयरनेस कार्यक्रम के अलावा महिलाओं के अधिकारों के प्रचार-प्रसार के लिए इस राशि को खर्च किया गया है।
निर्भया सामूहिक दुष्कर्म के मामले के बाद पूरे देश में निर्भया फंड की शुरुआत हुई थी। इस फंड का मकसद महिला सुरक्षा से जुड़ी योजनाएं शुरू करना और दुष्कर्म पीड़ितों की आर्थिक मदद करना है।