असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के लिए ताबड़तोड़ रैली कर रहे हैं। सरमा ने पश्चिम बंगाल (West Bengal) में एक चुनावी सभा के दौरान एक बार फिर बहुविवाह (polygamy) को लेकर बड़ा बयान दिया। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि वह अपनी बेटी की शादी ऐसे व्यक्ति से कभी नहीं करेंगे, जिसकी कई पत्नियां हों।
सीएम सरमा ने मंगलवार को एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अगर एक आदमी की पहले से चार पत्नियां हैं, तो वह उस आदमी से अपनी बेटी की शादी नहीं करने देंगे. उन्होंने अपने भाषण में कहा कि मुस्लिम माताएं और बहनें रोती हैं और अपने पतियों को बहुविवाह में शामिल होने की दुर्दशा से छुटकारा पाने के लिए तलाक देती हैं।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने अपने इस भाषण को सोशल मीडिया एकाउंट एक्स पर भी शेयर किया है। वीडियो में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने देश में समान नागरिक संहिता लागू करने का आह्वान करते हुए कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है लेकिन यहां बहुविवाह नहीं चलेगा।
सरमा ने कहा, ”एक मुस्लिम महिला के साथ बातचीत में उन्हें पता चला कि वह महिला शादी के 10 साल बाद अपने पति की दोबारा शादी करने के बाद से दुखी थी। लेकिन मोदी सरकार ने मुसलमान माताओं को तलाक देने वाले उद्योग पर खटाखट ताला लगा दिया।
सरमा ने आगे कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और उन्होंने समान नागरिक संहिता लागू करने का आह्वान किया। उन्होंने मुस्लिम पुरुषों को दूसरी शादी करने से रोकने के लिए भारत में UCC (Uniform Civil Code) लागू करने की अपील की। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि आप लोग बीजेपी को वोट दें, ताकि UCC लागू किया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी निशाना साधा।
बता दें कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा की सरकार ने राज्य में बहुविवाह पर रोक लगाने की समीक्षा के लिए एक समिति का गठन किया है। बीजेपी शासित उत्तराखंड राज्य में UCC को लेकर एक बिल विधानसभा में पेश किया जा चुका है।
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