रायपुर। चैत्र नवरात्रि कल 6 अप्रैल से शुरू हो रही है। इसी के साथ पूरा छत्तीसगढ़ 9 दिनों तक माता की आस्था में डूबा रहेगा। देवी-देवताओं के मंदिरों के अलावा कई लोग घरों में भी ज्योति कलश प्रज्जवलित करेंगे और 9 दिनों तक पूरे विधि विधान व नियमानुसार माता की सेवा व भक्ति में डूबे रहेंगे।
चैत्र नवरात्रि 6 तारीख से प्रारंभ हो रही है। इस बार नवरात्रि पूरे 9 दिनों की होगी, जिसे लेकर भक्तों में इस बार ज्यादा उत्साह देखा जा रहा है। क्योंकि इससे पहले कई साल तक चैत्र नवरात्रि में नवरात्र के दो दिन एक ही दिन पडऩे के कारण नवरात्रि 8 दिनों की होती थी, लेकिन इस बार नवरात्रि 9 दिनों की है। इस तरह भक्तों को कई सालों बाद माता की सेवा करने का एक अतिरिक्त दिन मिलने से उनमें भारी खुशी व उत्साह देखा जा रहा है।
इधर नवरात्रि को लेकर राजधानी रायपुर सहित पूरे प्रदेशभर के देवी मंदिरों के साथ अन्य मंदिरों में भी ज्योति कलश जलाने के लिए की जा रही तैयारियां लगभग अंतिम चरण में है। देर शाम तक तैयारियां पूरी कर ली जाएगी। आज रात 12 बजे के बाद नवरात्रि का पहला दिन शुरू हो जाएगा और इसी के साथ 9 दिनों तक पूरा प्रदेश माता की आस्था में डूबा रहेगा।
प्रदेश के कई मंदिरों में लगेगा मेला: शारदीय नवरात्रि की तरह चैत्र नवरात्रि में भी प्रदेश के कई प्रसिद्ध मंदिरों का परिसर मेला का रूप लेगा। राजनांदगांव के डोंगरगढ़ में स्थापित मां बम्लेश्वरी देवी मंदिर में शारदीय और चैत्र दोनों नवरात्रि में मेला लगता है।
चैत्र नवरात्र गर्मी के दिनों में आती है इसलिए इन दिनों में पैदल जाने वाले भक्तों की भीड़ काफी कम होती है, जिसके चलते चैत्र नवरात्र में लगने वाला मेला में भी रौनक कम होती है। लेकिन चिलचिलाती धूप व भीषण गर्मी के बावजूद डोंगरगढ़ में मां बम्लेश्वरी के दर्शन करने 9 दिनों तक भक्तों का रैला लगा रहता है।
डोंगरगढ़ सहित प्रदेश के अन्य नगरों में रतनपुर, दंतेवाड़ा, चंद्रपुर, बागबाहरा, खल्लारी, धमतरी, बालोद, रायपुर, गरियाबंद सहित कई नगर शामिल है, जहां देवी मंदिरों में नवरात्रभर भक्तों का दिन-रात तांता लगा रहेगा।
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