नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के अधिकारी समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) के धर्म को लेकर जारी बहस पर पिता ज्ञानदेव वानखेड़े (Dnyandev Wankhede) ने प्रतिक्रिया दी है.
बुधवार को उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वज हिंदू थे, तो बेटा मुसलमान कैसे हो सकता है. सोमवार को भी उन्होंने अपने नाम को लेकर सफाई दी थी और कहा था कि उनका नाम ‘दाऊद’ नहीं है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता नवाब मलिक ने दावा किया था कि एनसीबी अधिकारी का असल नाम ‘समीर दाऊद वानखेड़े’ है.
मीडिया से बातचीत में समीर वानखेड़े के पिता ने कहा, ‘मैं खुद दलित हूं… हम सभी हैं, मेरे दादा-परदादा हिंदू थे… मेरा बेटा कैसे मुसलमान हो सकता है. उन्हें (नवाब मलिक) यह समझना चाहिए.’ राकंपा नेता मलिक ने वानखेड़े पर सरकारी नौकरी हासिल करने के लिए फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनवाने के आरोप लगाए हैं. इतना ही नहीं उन्होंने दावा किया है कि अगर वे गलत साबित हुए, तो राजनीति छोड़ देंगे.
क्या बोले समीर वानखेड़े
पत्रकारों से बातचीत के दौरान एनसीबी अधिकारी ने कहा, ‘मैं जन्म से हिंदू हूं और दलित परिवार से आता हूं. मैं आज भी हिंदू हूं. मैं कभी भी किसी भी तरह के धर्मांतरण से नहीं गुजरा. भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है और मुझे इस पर गर्व है.’
उन्होंने कहा, ‘मेरे पिता हिंदू हैं और मेरी मां मुस्लिम थीं. मैं दोनों से प्यार करता हूं. मेरी मां चाहती थीं कि मैं शादी के लिए मुस्लिम रीति रिवाजों का पालन करूं. लेकिन उसी महीने मेरी शादी स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत रजिस्टर हो गई… क्योंकि जब दो अलग-अलग धर्मों के लोग शादी करते हैं, तो यह शादी इस अधिनियम के तहत दर्ज होती है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘बाद में हमारा कानूनी रूप से तलाक हुआ. अगर मैंने कोई दूसरा धर्म बदला है… नवाब मलिक को सर्टिफिकेट दिखाना चाहिए. मेरे पिता स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत सर्टिफिकेट दिखाएंगे.’
नवाब मलिक ने किया था ट्वीट
बुधवार को मलिक ने ट्विटर पर समीर वानखेडे़ का एक फोटो शेयर किया. उन्होंने लिखा, ‘सुंदर जोड़े समीर दाऊद वानखेड़े और डॉक्टर शबाना कुरैशी का फोटो.’ इसके बाद उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘यह समीर दाऊद वानखेड़े और डॉक्टर शबाना कुरैशी की पहली शादी का निकाह नामा है.’
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