हिमाचल प्रदेश के दौरे से लौटने के बाद मुख्यमंत्री बघेल ने स्वामी विवेकानंद विमानतल में बड़ी घोषणा की है। उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश में 1 दिसंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू हो जाएगी। वहीं भाजपा प्रदेश में एक नवंबर से ही खरीदी करने की मांग कर रही है।
मुख्यमंत्री बघेल ने मीडिया से चर्चा करते हुए भाजपा के बयान पर कहा कि प्रदेश में 1 दिसंबर से धान की खरीदी की जाएगी। क्योंकि 1 नवंबर से लोग त्योहार मनाएंगे या धान बेचने आएंगे।
इसलिए एक दिसंबर से धान की खरीदी की जाएगी। पैसे की कमी वाली कोई बात नहीं है। अभी व्यापक पैमाने पर कटाई नहीं हो रही है। जिन किसानों के पास पहले से पानी की व्यवस्था थी, वहीं कटाई कर रहे हैं।
बता दें कि भूपेश सरकार ने इस साल करीब 105 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा है। पिछले साल छत्तीसगढ़ में रिकॉर्ड खरीदी हुई थी। बघेल सरकार ने 92.81 लाख मीट्रिक धान खरीदी थी। जिसके चलते इस बार सरकार ने खरीदी का लक्ष्य बढ़ा दिया है। प्रदेश के किसानों धान खरीदने में किसी प्रकार की समस्या न हो इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। जिसके लिए सरकार ने सभी व्यवस्थाएं भी कर दी है।
आदिवासी महोत्सव में भाजपा के बयान पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि यह दुर्भाग्यजनक बात है। देश और विदेश के आदिवासी छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आएंगे। इनको तक़लीफ हो रही है। ये यही चाहते हैं कि आदिवासी जंगल में ही रहे। यही उनकी मानसिकता है। बात आदिवासी महोत्सव की है, तो इसमें कोई अरबों रुपए ख़र्च नहीं हो रहे हैं।
अगर इन लोगों पर नजर डाली जाए, तो पुराने समय का हिसाब बहुत कुछ निकलकर सामने आएगा। यह दुर्भाग्य है कि जिसकी तारीफ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही है, जो हमारी पहचान है, उसे लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। यही उनकी मानसिकता है. बता दें कि बीजेपी ने आरोप लगाया कि कर्ज लेकर प्रदेश सरकार आदिवासी महोत्सव का आयोजन कर रही है।
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