बिलासपुर। प्रदेश सरकार स्कूलों में पढ़ाई के साथ अन्य गतिविधियों को लागू करने काम कर रही है। इसी के चलते अब सप्ताह में एक दिन आठवीं और नवमीं कक्षा के छात्रों को पुलिस बनाकर काम कराने की तैयारी में है। इस योजना को पूरे प्रदेश में लागू की जाएगी।
अगले शिक्षा सत्र से सप्ताह में एक दिन आठवीं और नवमीं कक्षा के विद्यार्थी पुलिस के रूप में नजर आएंगे। यह योजना केंद्रीय गृह मंत्रालय की है। इसे स्टूडेंट पुलिस कैडेट नाम दिया गया है। योजना के मुताबिक स्कूली बच्चे एक दिन के लिए पुलिस बनेंगे। यूनिफार्म पहनेंगे और पुलिसिंग की बारीकियों को समझेंगे।
इस योजना को लागू करने राज्य सरकार ने प्रदेशभर के कलेक्टरों सहित जिला शिक्षाधिकारियों को निर्देश दिए हैं। योजना में कलेक्टर की अध्यक्षता में तीन सदस्यों की समिति का गठन किया जाना है। इसमें एसपी और जिला शिक्षा अधिकारी सदस्य होंगे।
पूरी योजना बन जाने के बाद ऐसे बच्चों को इनडोर और आउटडोर ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके पूरा हो जाने के बाद इन्हें सप्ताह में एक दिन के लिए स्टूडेंट पुलिस कैडेट बनाया जाएगा। फिलहाल परीक्षाएं चल रही हैं इसलिए अगले शिक्षा सत्र से इस पर काम किए जाने की योजना है।
बताया जा रहा है कि इस योजना के तहत छात्रों को पुलिस कैप, ड्रेस, बैच और बेल्ट दिए जाएंगे। इस एक दिन ऐसे स्टूडेंट पूरे दिन पुलिस जवानों के साथ काम करेंगे। एक दिन के ये स्टूडेंट पुलिस जवानों के साथ यातायात प्रबंधन, मेला प्रबंधन, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के तरीके जानेंगे और पुलिस गश्त की बारीकी से रूबरू होंगे।
केंद्रीय गृह मंत्रालय की पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो की दिल्ली मुख्यालय इस पर काम कर रही है। इसके लिए बकायदा एक किताब प्रकाशित की है। जिसमें बताया गया है कि योजना का उद्देश्य केवल यह है कि बचपन से ही पुलिस के प्रति भय को निकाल कर उनसे दोस्ती और उनकी कार्यशैली को लेकर एक स्वस्थ समझ बनाई जा सके।
बताया गया कि योजना के मुताबिक स्टूडेंट पुलिस कैडेट प्रोग्राम में हर जिले से एक ब्लॉक के एक स्कूल का चयन किया जाएगा। इसके तहत आठवीं और नवमीं के छात्रों को सप्ताह में 1 दिन के लिए स्टूडेंट पुलिस बनाया जाएगा।
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