नई दिल्ली: दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने एक ऐसा फैसला लिया है, जिसकी वजह से राजधानी में अब प्रॉपर्टी खरीदना महंगा हो जाएगा. दरअसल, कोरोना महामारी की वजह से मिल रही सर्कल दरों (सर्किल रेट) में छूट को खत्म किया जा रहा है. दिल्ली सरकार ने एक जुलाई से सर्कल दरों पर 20 प्रतिशत की छूट को बंद करने का फैसला किया है. इसकी जानकारी अधिकारियों ने दी है.
अधिकारियों ने कहा कि सरकार ने यह फैसला इसलिए लिया क्योंकि कोविड महामारी का असर कम हो गया है और दिल्ली की अर्थव्यवस्था तेजी से पटरी पर आ रही है. दिल्ली सरकार के राजस्व विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है, ‘सक्षम प्राधिकारी ने 30 जून के बाद सर्कल दरों में 20 फीसदी की छूट को बंद करने का फैसला किया है. 20 सितंबर 2014 को अधिसूचित सर्किल दर एक जुलाई से लागू होंगी.’
अरविंद केजरीवाल सरकार ने फरवरी 2021 में अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने और कोविड लॉकडाउन के प्रभाव से प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए छूट योजना शुरू की थी। सरकार ने पिछले साल दिसंबर में इस योजना को 30 जून तक बढ़ा दिया था. राजस्व विभाग के अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली में संपत्तियों को ‘ए’ से ‘एच’ तक आठ श्रेणियों में बांटा गया है. पॉश क्षेत्र जहां ‘ए’ श्रेणी में आते हैं, वहीं सबसे कम विकसित क्षेत्र ‘एच’ श्रेणी में आते हैं.
दरअसल, अरविंद केजरीवाल सरकार ने राजधानी में संपत्तियों की खरीद पर सर्कल रेट पर देने वाली 20 फीसदी छूट का ऐलान आवासीय, वाणिज्यिक और औद्योगिक तीनों वर्गों के लिए किया था. इससे दिल्ली में प्रॉपर्टी खरीदने में लोगों को राहत मिली थी. मगर अब जब सरकार ने इस सर्कल रेट को खत्म करने का फैसला ले लिया है तो फिर दिल्ली में प्रॉपटी खरीदना और महंगा हो जाएगा.
किस श्रेणी में क्या सर्कल रेट
अधिकारियों ने बताया कि सरकार की छूट योजना के तहत ‘ए’ श्रेणी के क्षेत्रों में जमीन का मौजूदा सर्कल रेट 7.74 लाख रुपये प्रति वर्ग मीटर से घटकर 6.19 लाख रुपये हो गया है. जबकि एच श्रेणी क्षेत्र की जमीन का मौजूदा सर्किल रेट 23280 रुपये प्रति वर्ग मीटर से घटकर 18624 रुपये प्रति वर्ग मीटर हो गया है.
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