वॉशिंगटन: कोरोना वायरस अभी दुनिया से पूरी तरह समाप्त भी नहीं हुआ है और अमेरिका में अब एक नया वायरस तेजी से फैल रहा है. हय वायरस वैसे तो एक छोटे से जीव के काटने से फैल रहा है, लेकिन यह बेहद जानलेवा माना जा रहा है. यह छोटा जीव है किलनी, जो जानवरों और इंसानों के शरीर में चिपककर उनका खून चूसता है. इसके साथ ही इंसानों के शरीर में कई तरह की बीमारियों वोले वायरस भी उत्पन्न कर देता है.
यह हार्टलैंड वायरस इन दिनों अमेरिका के 6 राज्यों में फैल चुका है. मौजूदा समय में यह जॉर्जिया में फैल रहा है. यह किलनी यानी टिक जीव की प्रजाति लोन स्टार टिक के जरिये फैल रहा है. जानकारी सामने आई है कि हार्टलैंड वायरस से संक्रमित कुछ मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ रही है. अमेरिका के डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने बताया है कि अभी तो इस वायरस से होने वाली मौतों की संख्या कम है. इस संक्रमित अधिकांश लोग ठीक हो जाते हैं लेकिन कुछ बुजुर्ग लोगों की यह जान ले चुका है.
सीडीसी ने जानकारी दी है कि इंसानों में हार्टलैंड वायरस पहली बार 2009 में अमेरिका के मिसूरी में पाया गया था. 2009 और जनवरी 2021 के बीच इससे प्रभावित लोगों की संख्या 50 हा गई थी. यह आरकंसास, जॉर्जिया, इलियोनिस, इंडियाना, इयोवा, केंटकी, मिसूरी, नॉर्थ कैरोलिना, ओकलाहोमा और टेनेसी में फैला. शोधकर्ताओं का कहना है कि अब भी इस वायरस और बीमारी के बारे में ज्यादा नहीं पता है. लेकिन यह तेजी से फैल रहा है. शोधकर्ता इसके बारे में जानने के लिए लगातार शोध कर रहे हैं.
इस वायरस के तेजी से फैलने के कारण रिसर्च करके इसे बारे में पता लगाया जा रहा है. इमोरी यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने रिसर्च में पता लगाया कि जॉर्जिया में मिली लोन स्टार टिक ही हार्टलैंड वायरस को फैला रही है. इस रिपोर्ट को इमर्जिंग इंफेक्शस डिसीज नामक पत्र में प्रकाशित हुआ है. 2005 में जॉर्जिया में इसके कारण एक मौत भी हो चुकी है.
क्या हैं इस हार्टलैंड वायरस से जनित बीमारी के लक्षण?
इस वायरस से जब कोई व्यक्ति संक्रमित होता है तो उसे बुखार, कम भूख लगना, सिरदर्द, जुकाम, डायरिया और मांसपेशियों में दर्द होता है. सीडीसी के अनुसार मरीज में वाइट ब्लड सेल का स्तर और प्लेटलेट कम हो जाते हैं. साथ ही लिवर एंजाइम का स्तर बढ़ जाता है.
कैसे होता है इसका टेस्ट?
अभी तक दुनिया में हार्टलैंड वायरस से किसी के संक्रमित होने का पता लगाने वाला खास टेस्ट मौजूद नहीं है. अमेरिका में किसी के इससे संक्रमित होने पर डॉक्टर संदेह होने पर राज्य प्रशासन से संपर्क करते हैं. इसके बाद प्रशासन सीडीसी से संपर्क साधता है. इसके बाद उस व्यक्ति के मॉलिकुलर और सीरोलॉजिक टेस्ट होते हैं. ऐसे में हार्टलैंड वायरस आरएनए का पता चलता है.
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