रायपुर: बलौदाबाजार विधानसभा क्षेत्र के ग्राम सोनाडीह में संचालित न्यूवोको सीमेंट संयंत्र के पावर प्लांट से निकलने वाले सल्फर डाई ऑक्साइड के कारण क्षेत्र में दमा के मरीजों की संख्या में वृद्धि होने का मुद्दा आज सदन में उठा।
जनता कांग्रेस छग के विधायक प्रमोद कुमार शर्मा ने प्रश्रकाल में आज यह मामला उठाते हुए पर्यावरण मंत्री मो. अकबर से पूछा कि वर्ष 2019 से लेकर 31 जनवरी 2022 तक उक्त प्लांट में कब-कब किस स्तर के अधिकारी द्वारा निरीक्षण किया गया तथा निरीक्षण पश्चात क्या कार्यवाही की गई। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्लांट के संबंध में जैसे ही मैंने विधानसभा में प्रश्र लगाया वैसे ही प्लांट में विशेष प्रकार का पाउडर डालना चालू हो गया।
इसके जवाब में पर्यावरण मंत्री अकबर ने कहा कि प्लांट 29 जनवरी 2021 से संचालित है। उक्त प्लांट में सल्फर डाई ऑक्साइड के उत्सर्जन के नियंत्रण हेतु लाइम डोजिंग सिस्टम स्थापित किया गया है। पॉवर प्लांट की चिमनी में स्थापित किये गये ऑनलाईन सतत उत्सर्जन मापन व्यवस्था से प्राप्त परिणाम के अनुसार सल्फर डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन निर्धारित मानक सीमा से कम पाया गया है।
इस मामले में जनता कांग्रेस के विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि जब सदस्य द्वारा सदन में इस बात की चिंता जता रहे है कि प्लांट से निकलने वाले सल्फर डाई ऑक्साइड के कारण वहां दमा के मरीजों की संख्या बढ़ रही है तो मंत्री को इसे गंभीरता से लेकर सदन के कोई भी तीन सदस्यों की कमेटी बनाकर प्लांट का निरीक्षण करा लेना चाहिए। भाजपा सदस्य बृजमोहन अग्रवाल ने भी इस मुद्दे पर कहा कि दमा से लोग पीडि़त हो रहे है, नदी भी प्रदूषित हो रही है और सदस्य की मांग गंभीर है।
मंत्री अकबर ने कहा कि प्लांट में सल्फर डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन निर्धारित मानक सीमा से कम पाया गया है इसलिए इसकी जरूरत नहीं है।
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