देवाधिदेव की नगरी काशी आधुनिकता के साथ कदमताल करती नजर आती है तो परंपराओं की निभाती है। शहर बनारस का यह अंदाज नए साल पर श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में भी नजर आया। भोर से ही दर्शन-पूजन की कतार तो दोपहर के साथ एक साथ 1001 शंख के नाद से पूरा परिसर गूंज उठा। इसमें काशी के साथ ही समस्त उत्तर प्रदेश और अरुणाचल, मणिपुर, त्रिपुरा तक के बटुक व विद्वानों ने शंख ध्वनि की।
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का नव्य-भव्य स्वरूप का लोकार्पण के अवसर पर माहपर्यंत श्रीकाशी विश्वनाथ धाम यात्रा के तहत विविध आयोजन किए जा रहे हैं। इसमें इसकी प्रयागराज के उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (एनसीजेडसीसी) की ओर से विश्व रिकार्ड के उद्देश्य से 1001 शंखनाद का आयोजन किया जा रहा है। इसमें पश्चिम मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र भी सहभागी है। शंखनाद के इस अनूठे सामूहिक आयोजन में प्रतिभागियों को 1000 रुपये और प्रशस्ति पत्र दिए जा रहे हैं। इसके लिए शंखवादकों से आनलाइन आवेदन मंगाए गए थे।
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