नई दिल्ली. अफगानिस्तान पर तालिबान के लड़ाकों के कब्जे के बाद भारत की मुश्किलें बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. इसी बीच भारतीय खुफिया एजेंसी को खबर मिली है कि कंधार में आतंकी संगठन जैश ने तालिबान की लीडरशिप से मीटिंग कर इंडिया सेंट्रिक (India centric) ऑपरेशन्स के लिए मदद मांगी है.
खुफ़िया एजेंसियों के असेसमेंट के मुताबिक ये जैश और तालिबान मीटिंग का असर है. 23 अगस्त को अफगान/पाकिस्तान मूल के 40-50, हथियारों से लैस आतंकियों को सिविलियन व्हीकल में Pok के रावलकोट इलाके से हल्लान शुमाली लॉन्च पैड लाया गया. आईएसआई की ओर से इन आतंकियों को जम्मू कश्मीर में घुसपैठ कराने की पुरज़ोर कोशिश की जा रही है. ये लोग रोजाना रेकी के लिए मीरपुर ज़िले के कच्चारबन इलाके में कोपरा के जंगलों में आ रहे हैं. एजेंसियों का असेसमेंट है कि ये लोग BAT एक्शन के बाद भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश करेंगे.
इसको लेकर सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से अलर्ट पर हैं. इसके अलावा खुफ़िया एजेंसियों को जानकारी मिली है कि Pok के फारवर्ड कहूटा आतंकी लांच पैड से हथियारों और ड्रग्स का जो ज़ख़ीरा (जिसमे चीनी पिस्टल, एक-47 और ड्रग्स के 500 ग्राम के चार पैकेट शामिल हैं) डिस्पैच किया गया था वो Loc के पास के पाक इलाके में शेख नाला,हथलांगा पहुंच चुका है. इसे बारामूला भेजने की कोशिश की जा रही हैं.
खुफ़िया एजेंसियों को इस बात का भी पता चला है कि 16/17 अगस्त की रात में भारतीय सीमा में दाखिल हुए लश्कर के चार आतंकियों का एक ग्रुप पूंछ के अंगनपथरी के बजाय रास्ता बदलते हुए बरारी पहुंचा. वहां आतंकियों के मददगार के यहां दिन बिताने के बाद ये आतंकी आतंकी हमले को अंजाम देने के मकसद से कश्मीर घाटी की ओर रवाना हो गए. सुरक्षा बल इनकी तलाश के लिए जगह जगह सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं.
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