रायगढ़ । जिला कलेक्टर रानू साहू के सरकारी आवास और जिला खनिज विभाग के कार्यालय में ईडी की जांच की चर्चा बंद नही हुई थी कि एक बार फिर आयकर विभाग की टीम ने जिले के उद्योगपतियों और कारोबारियों से घर- संस्थानों में दबिश देकर खलबली मचा दी है। इस बार आयकर विभाग की टीम ने शहर के चर्चित उद्योगपति संजय अग्रवाल के एनआर ग्रुप और कोयला कारोबारी राकेश शर्मा के घर और संस्थानों में जांच कार्रवाई की है। शहर के कारोबारियों के यहां लगातार पड़ रहे छापे से चर्चा का माहौल है। सुबह से पहुंचे आयकर विभाग के दर्जनों अधिकारी दोनों व्यक्तियों के घर, कार्यालय और संयंत्र में जांच कर रही है। दर्जन भर से अधिक गाड़ियों में पहुंची टीम जांच में जुटी है।
एनआर ग्रुप के मालिक रायगढ़ निवासी उद्योगपति संजय अग्रवाल के घर सुबह छह बजे के आसपास आयकर विभाग के अधिकारी दल बल के साथ पहुंचे। टीम में शामिल तीन दर्जन से अधिक अधिकारी एनआर इस्पात के दफ्तर और संयंत्र परिसर में पूरी तैयारी के साथ पहुंचे थे। टीम ने ढिमरापुर रोड स्थित एनआर इस्पात के कार्यालय और घरघोड़ा रोड स्थित एनआर इस्पात संयंत्र में दस्तावजों की जांच की।
टीम के सदस्यों ने संजय अग्रवाल के कर्मचारी सत्ती गुड़ी चौक निवासी गोपाल के घर भी जांच की कार्रवाई की। गोपाल कंपनी में लेखा विभाग का प्रमुख है। आयकर विभाग के अफसरों की सक्रियता और दल बल के तामझाम से माना जा रही है कि विभाग को कोई ठोस इनपुट मिला है और जांच में कोई बड़ी गड़बड़ी सामने आ सकती है।
दबिश क़े कुछ घण्टो बाद रायगढ़ के कोयला व्यापारियों के यहां भी आयकर विभाग की टीम ने कार्रवाई की है। सुबह आठ बजे आयकर विभाग के अध्ािकारियों ने गजानंदपुरम स्थित कोल कारोबारी राकेश पांडेय (बाबा ट्रांसपोर्ट) के निवास पर छापेमारी की। दूसरी ओर एक टीम जिंदल टेक्सटाइल पहुंची और जांच कार्रवाई की। सूत्रों के टेक्सटाइल फर्म का व्यापार कोयला से जुड़ा हुआ है।
यहां यह बताना लाजमी होगा कि एनआर स्पंज के मालिक संजय अग्रवाल, कोयला कारोाबारी राकेश पांडेय की गिनती जिले के बड़े उद्योगपति व कारोबारियों में होती है। करीब चार माह पहले एनआर ग्रुप ने उद्योग विस्तार के लिए जमीन अधिग्रहित की थी। इसके लिए जनसुनवाई हो चुकी है। दूसरी ओर एनआर ग्रुप ने पांच हजार करोड़ रुपये ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश के लिए छत्तीसगढ़ शासन से एमओयू किया है।
इसके अलावा पूंजीपथरा में भारी भरकम राशि से ट्रामा सेंटर खोलने की बात सामने आ रही है। उद्योगपति संजय अग्रवाल के घर और संस्थानों में एक दर्जन से ज्यादा अध्ािकारी पूरे दिन दस्तावेजों की जांच में जुटे रहे । यही हाल संयंत्र परिसर और अन्य करीबी लोगों के यहां भी थे। छापेमारी पूरे शहर में चर्चा का विषय है। व्यपारियों से लेकर आमजन भी कार्रवाई पर नजर बनाए हुए है।
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