रायपुर: सन 1983 से कांग्रेस की राजनीति में प्रवेश करने वाले सरगुजा जिला कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं स्वास्थ्य एवं पंचायत ग्रामीण एवं जीएसटी मंत्री टीएस सिंहदेव ने प्रेसक्लब रायपुर में आयोजित रूबरू कार्यक्रम के जरिए अपने निजी जीवन एवं राजनीतिक जीवन में 40 वर्ष के साथ ही सरकार द्वारा तीन वर्ष में किये गये कार्यों का लेखाजोखा पेश किया।
सिंहदेव ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उनकी राजनीति में आने की इच्छा नहीं थी उनके पिता स्व. एमएस सिंहदेव ने उन्हें बकायदा चि_ी लिखकर राजनीति के क्षेत्र में जाने से मना किया था। कभी कभी ऐसा लगता है कि वे भंवरजाल में फंस गये हैं किंतु राजनीति में आने के बाद सरगुजा से मंत्री बनने तक के सफर का खुलासा करते हुए सिंहदेव ने बताया कि उन्हें मुख्यमंत्री द्वारा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, पंचायत एवं ग्रामीण विकास एवं जीएसटी मंत्री के रूप में विशेष जिम्मेदारी मिली जिसका वे पालन पूरी शिद्दत के साथ कर रहे हैं।
जीएसटी करों पर चर्चा करते हुए सिंहदेव ने कहा कि इसमें 71 प्रतिशत की राशि ही राज्य शासन को मिलती है बाकी 29 प्रतिशत की राशि केंद्र सरकार के खाते में जमा होती है। जुलाई से केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी क्षतिपूर्ति की राशि बंद करने से राज्य सरकार पर 6 से 7 करोंड़ रुपये का अतिरिक्त भार झेलना पड़ेगा। जीएसटी करों से इस वर्ष छत्तीसगढ़ शासन को 16 करोड़ की रिकार्ड राजस्व आय प्राप्त हुई है।
राज्य शासन द्वारा स्वास्थ्य सुविधा के क्षेत्र में लगातार इजाफा होने की जानकारी देते हुए मंत्री सिंहदेव ने बताया कि केंसर यूनिट के विस्तार के लिए केंद्र सरकार से 25 करोड़ रुपये की राशि मिली है। विस्तार में लगभग 920 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यूनिवर्सल हेल्थ केयर के जरिए प्रदेश के लाखों राशनकार्डधारी हितग्राहियों को शासन द्वारा 20 लाख रुपये तक का निशुल्क उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के जरिए ग्राम पंचायतों की कार्यों की लगातार मानिटरिंग की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्र में ग्रीष्म ऋतु में होने वाले पेयजल संकट से निपटने के लिए गांव में स्थान स्थान पर बोरवेल एवं संपवेल के जरिए ग्रामीणों को जलापूर्ति की जा रही है। वनाधिकार पट्टों की चर्चा करते हुए सिंहदेव ने बताया कि आदिवासी बहुल क्षेत्रों में जो आदिवासी परिवार पिछली तीन पीढिय़ों से वनों में रह रहे है उन्हें वनाधिकार पट्टा का लाभ देकर शासन की जनकल्याण योजनाओं में शामिल किया जा रहा है।
शराब बंदी पर सिंहदेव ने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में शराबबंदी संभव नहीं है क्योंकि वहां पर सामाजिक आचार, व्यवहार एवं रीतिरिवाजों में शराब का अलग स्थान है। पत्रकारवार्ता में सिंहदेव कई बार भावुक हुए और उन्होंने अपनी साफगोई के जरिए कहा कि वे पीढिय़ों से कांग्रेस दल में रहे है भाजपा में उनके जाने का सवाल ही नहीं है।
भाजपा की विचारधारा से वे न केवल असहमत है अपितु वहां की विचारधारा उनके व्यक्तित्व से मेल नहीं खाती। पत्रकारवार्ता में प्रेसक्लब अध्यक्ष दामू आंबेडारे पदाधिकारियों एवं प्रेसक्लब के साथियों ने पुष्प गुच्छ भेंटकर मंत्री सिंहदेव का भावभीना स्वागत किया। प्रेस से मिलिए कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार अनिल द्विवेदी ने किया।
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