रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र भारी हंगामेदार हो सकता है। सत्र के लिए विधायकों द्वारा बढ़-चढक़र प्रश्र लगाए जा रहे है। 16 फरवरी तक सत्र के लिए लगाए गए प्रश्रों का आकड़ा एक हजार पार हो चुका है।
बजट सत्र इस बार 07 मार्च से प्रारंभ होने जा रहा है, जो 25 मार्च तक चलेगा। सत्र के दौरान कुल 13 बैठकें होंगी। कोरोना काल में इस बार भी सत्र जरूर सिर्फ 13 दिनों के लिए बुलाया गया है, लेकिन फिर भी सत्र भारी हंगामेदार होने की संभावना है। प्रमुख विपक्षी दल भाजपा सहित अन्य विपक्षी दल के साथ-साथ सत्ता पक्ष के विधायकगण भी सत्र को लेकर प्रश्र बढ़-चढक़र लगा रहे है। 16 फरवरी की स्थिति तक सत्र के लिए कुल 1034 प्रश्र लगाए जा चुके है, जिनमें ऑफलाईन 167 एवं 867 ऑनलाईन प्रश्र लगाए गए है।
ऑफलाईन में तारांकित 87 एवं अतारांकित 80 प्रश्र है, जबकि ऑनलाईन में 454 तारांकित एवं 413 अतारांकित प्रश्र है। विधायकों की सुविधा के लिए सत्र के लिए ऑनलाईन प्रश्र लगाने की सुविधा इस सत्र से ही शुरू किया गया है, जिसका फायदा विधायकों को मिल रहा है। विधायक घर में बैठे-बैठे अब सत्र के लिए प्रश्र ऑनलाईन लगा रहे है।
सत्र को लेकर विपक्षी दल भाजपा की जल्द ही विधायक दल की बैठक बुलाई जा सकती है, जिसमें सत्र को लेकर रणनीति बनाई जाएगी। यह बैठक नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह की उपस्थिति में होगी। बैठक में भाजपा विधायकों के अलावा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय के अलावा पूर्व मंत्री व पूर्व विधायकों को भी बुलाया जा सकता है।
ज्ञात हो कि प्रदेश में कवर्धा, जगदलपुर और फिर रायपुर में भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ हुई घटनाओं को लेकर भाजपा ने विशाल धरना-प्रदर्शन किया है, उसके बाद लग रहा है कि सत्र के दौरान इन मुद्दों को लेकर भाजपा विधानसभा में हंगामा कर सकती है।
इसके अलावा किसानों से जुड़े मुद्दे, प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था, धान की खरीदी, बोनस, प्रधानमंत्री आवास योजना का मुद्दा, खाद की कमी सहित अन्य कई मुद्दो पर कांग्रेस सरकार को घेरने का प्रयास विपक्षी दल द्वारा किया जा सकता है।
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