सूरजपुर: कलेक्टर गौरव कुमार सिंह ने बिश्रामपुर केनापारा में संचालित केनापारा पर्यटन स्थल का निरीक्षण किया। उन्होने बोटिंग करते हुए मत्स्य पालन का भी निरीक्षण किया। वहां के मत्स्य पालन सेे बहुत प्रभावित हुए तथा उन्होनें मछली के अलग-अलग ब्रीड का पालन करने एवं उनके विक्रय कर आय बढ़ाने हेतु निर्देश दिया।
उन्होने वहां कार्यरत महिला स्व सहायता समूह के आय को बढ़ाने के लिए विभिन्न उपायों की तलाश की। उन्होने वहां छोटी-छोटी दुकानों के लिए शेड निर्माण के लिए निर्देश दिए। महिला समूह द्वारा पीने के पानी की समस्या बताने पर पीएचई विभाग के माध्यम से पानी व्यवस्था कराने का आश्वासन दिया। महिला समूह के एक बोट की मांग की जिससे भविष्य में जल्द ही प्रदान करने का आश्वासन दिया। एनआरएलएम की महिला समूहो के प्रोडक्ट की क्वालिटी बढ़ाने एवं ब्रांडिंग आदि से प्रोडक्ट के बिक्री बढ़ाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने केनापारा में बोंटिंग करते हुए वहां के कैंटिन का निरीक्षण किया। कैंटिन में अलग-अलग पार्लर जैसे- आईसक्रीम, जलेबी और भी फूड आदि से संबंधित पार्लर को भी शामिल करने कहा। हाॅट्रीकल्चर विभाग के द्वारा वहां का सर्वे कर विभिन्न प्रकार पेड़-पौधों, फूलों के बगीचों को लगाने के निर्देश दिए। केनापारा पर्यटन स्थल को बढ़ावा देने के लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने के निर्देश दिए।
सूरजपुर जिले में कोयले की केनापारा खदान में वर्ष 1991 से एसईसीएल द्वारा नवाचार के रूप में कोयले का भंडार समाप्त होने के कारण कोयले का खनन बंद कर दिया गया था। जिला प्रशासन द्वारा एसईसीएल के सहयोग से उपेक्षित खनन स्थल का आवश्यक जीर्णोद्धार कर इसे जल संरक्षण के उत्कृष्ट स्त्रोत में विकसित कर दिया गया। वर्तमान में यहां बोटिंग, फ्लोटिंग रेस्टोरंेट की सुविधा उपलब्ध कराने तथा मत्स्य पालन जैसी गतिविधियां चल रही है। जिसमें स्व सहायता महिलाओं एवं आसपास के ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराकर आय वृद्धि के नये अवसर सृजित किये गये है। जो कि छत्तीसगढ़ राज्य में एक माॅडल के रूप में चिन्हांकित किया गया हैं।
इस दौरान संयुक्त कलेक्टर शिव कुमार बनर्जी, एसडीएम पुष्पेन्द्र शर्मा, मत्स्य विभाग अधिकारी एमएस सोनवानी, नायब तहसीलदार श्रीमती अमृता सिंह, एपीओ केएम पाठक, एनआरएलएम की पूरी टीम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
Add Comment