अम्बिकापुर : सरगुजा संभाग की कमिश्नर सुश्री जिनेविवा किंडो ने कहा है कि रबी सीजन में दलहन, तिलहन सहित नकदी फसल का रकबा बढ़ाने के लिए किसानों को नकद फसल के फायदे बताकर प्रोत्साहित करें। इन फसलों की खेती के लिए विभागीय योजनाओं के तहत जो भी सहायता हो किसानों को उपलब्ध करायें।
कमिश्नर ने यह निर्देश बुधवार को यहां कमिश्नर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित कृषि एवं कृषि से जुड़े विभागों के संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दीं। कमिश्नर सुश्री किंडो ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए नकदी फसल जैसे दलहन एवं तिलहन के साथ सब्जी, अदरक, हल्दी की खेती को प्रोत्साहित करें। किसानों को प्रमाणित बीज आवश्यकतानुसार उपलब्ध कराएं।
उद्यान विभाग किसानों को फल तथा फूलों की खेती के फायदे बताकर उद्यानिकी में रुचि पैदा करें। उन्होंने कहा कि गोठानो को मल्टी एक्टीविटी सेंटर के रूप में विकसित करने निरंतर रोजगारमूलक गतिविधियां संचालित करें तथा गोठान को आत्मनिर्भर बनाएं। उन्होंने गोठानो में निर्मित वर्मी खाद की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी गोठानो में नियमित रूप से गोबर की खरीदी करें। वर्मी खाद निर्माण के बाद विक्रय की व्यवस्था भी करें।
विभागों के अलावा किसानों को भी व्यक्तिगत रूप से खाद का बिक्री करें।किसानों को वर्मी खाद के उपयोग से फसल के उत्पादन में वृद्धि तथा हानिकारक रसायनों के दुष्प्रभाव के बारे में भी बताएं। कमिश्नर ने पशुपालनए मछली पालन तथा रेशम विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि हितग्राहीमूलक योजनाओ के साथ ही गोठानो में मछलीपालन, मुर्गीपालन, मधुमक्खी पालन सहित कोसा धागाकरण के कार्य प्रारम्भ करें ताकि समूह की महिलाएं आर्थिक रुप से सशक्त हो सकें।
उन्होनें क्रेडा के द्वारा विद्युत विहीन क्षेत्रो में सोलर पंप के माध्यम से सिंचाई सुविधा की समीक्षा करते हुए कहा कि सोलर पैनल के खराब होने या किसी प्रकार की समस्या होने पर क्रेडा विभाग तत्काल मरम्मत कराये। हर विकासखण्ड के क्लस्टर में नियुक्त इंजीनियर या मिस्त्री की मोबाइल नम्बर संबंधित जनपद कार्यलयों में उपलब्ध कराए ताकि जरूरत पड़ने पर शीघ्र सूचित किया जा सके।
बताया गया कि संभाग के गोठानो में अब तक 11 हजार 302 क्विंटल वर्मी खाद तैयार किया गया है जिसमे से 3 हजार 20 क्विंटल खाद का बिक्री किया गया है। बैठक में उपायुक्त श्री महावीर रामएसंयुक्त संचालक कृषि श्री सीएन सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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