कोंडागांव। शिल्प नगरी के शिल्पियो को अब शिल्प कारीगरी के लिए कच्चा माल किफायती दर पर उपलब्ध हो सकेगा। शिल्प के लिए रॉ मटेरियल की उपलब्धता और बाजार मूल्य पर उसे क्रय करना शिल्प कारो के लिए एक प्रमुख समस्या थी। इसके लिए समय-समय पर स्थानीय शिल्पकारो ने शासन प्रशासन के समक्ष इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था।
इस संबध मे कलेक्टर नीलकंठ टीकाम ने इसके निदान के लिए आवश्यक पहल की भी बात कही गई थी। स्थानीय शिल्पकार शिल्प की बुनियादी सामग्री जैसे मोम, पीतल इत्यादि स्थानीय बाजार से क्रय करते आ रहे थे जो समय के साथ साथ और भी मंहगी होती जा रही थी।
ऐसी विकट परिस्थिति मे जिला प्रशासन ने शिल्पकारी के लिए कच्चा माल आपूर्ति बैंक का खोला जाना शिल्पियो के लिए एक बड़ी राहत के साथ साथ उनकी कला को एक नया आयाम देने मे सहायक होगा।
कच्चा माल आपूर्ति केन्द्र के शुभारंभ के अवसर पर उपस्थित मुख्य अतिथि क्षेत्र के विधायक मोहन मरकाम ने अपने संबोधन मे कहा कि सही मायने मे जिले के शिल्पकार जिले के गौरव है उन्ही की बदौलत आज कोंडागांव को शिल्प नगर कहलाने का गौरव प्राप्त है।
इस मौके पर कलेक्टर नीलकंठ टीकाम ने कहा कि जिले के शिल्पियो ने पीढ़ी दर पीढ़ी यंहा के परम्परागत शिल्प के संरक्षण और संवर्धन का कार्य किया है। इन्ही की योगदान के फलस्वरूप कोंडागांव को क्रॉप्ट सिटी कहा जाता है।
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