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छत्तीसगढ़: निवार के असर से छह डिग्री तक गिरा पारा… पूरे प्रदेश में छाए रहे बादल… कई जगह हुई बूंदाबांदी…

निवार तूफान का असर छत्तीसगढ़ में भी दिखा। कई इलाकों में बादल छाए रहे, पूरे दिन सूर्य के दर्शन नहीं हुए। प्रदेशभर में दिनभर ठंडी हवा चली। इसके असर से दिन के तापमान में तीन से छह डिग्री की गिरावट आई। रायपुर में जहां दिन का अधिकतम तापमान 26 डिग्री रहा, वहीं जगदलपुर में पारा 22.8 डिग्री पर आ गया। रायपुर में तापमान सामान्य से तीन व जगदलपुर में छह डिग्री कम रहा।

जगदलपुर व पेंड्रारोड में हल्की बारिश हुई। शुक्रवार को प्रदेश के सभी संभागों में हल्की बारिश हो सकती है। शनिवार को बादल के छंटने से मौसम खुल जाएगा और ठंड हल्की बढ़ेगी। निवार महातूफान कमजोर पड़कर चक्रवात में तब्दील हो गया है। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव बस्तर संभाग में पड़ा है।



बस्तर में बुधवार की रात से बादल छा रहे थे और कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हुई। रायपुर में रात का तापमान 18.4 डिग्री पर पहुंच गया, जो सामान्य से तीन डिग्री ज्यादा था। बादल के कारण प्रदेशभर में रात के तापमान में वृद्धि हुई। रायपुर में भी जब सुबह लोगों की नींद खुली तो आसमान पर बादल छाए थे।

ठंडी हवा भी चल रही थी। दिनभर ठंडी हवा चलने से ठंड का भी अहसास हुआ। दिन में एक-दो बार सूर्यदेव के दर्शन हुए, लेकिन कुछ क्षणों के लिए। शाम को ठंडी हवा ने हल्की ठिठुरन बढ़ा दी। इससे लोग गर्म कपड़े पहने नजर आए।

मौसम विज्ञान केंद्र लालपुर के विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि महातूफान, चक्रवात के बाद गहरा अवदाब बनने की संभावना है। चक्रवात के कारण दक्षिण भारत से गर्म व नमीयुक्त हवा आ रही है। जबकि उत्तर से ठंडी हवा आ रही है। विपरीत गुण वाली हवा आने से बादल छा रहे हैं।

बढ़ा कोरोना का खतरा
मौसम बदलने से फ्लू के मरीज बढ़ेंगे। कोरोना कोर कमेटी के सदस्य डॉ. आरके पंडा व कार्डियक सर्जन डॉ. कृष्णकांत साहू का कहना है कि आईएलआई यानी इंफ्लूएंजा लाइक इलनेस, फ्लू जैसा ही है। मार्च से ही कोरोना की गाइडलाइन में कहा गया है, जिन्हें फ्लू हो, वे कोरोना का जांच कराए।



गाइडलाइन में अभी भी यही है। ठंड के कारण लोग ज्यादा फ्लू से पीड़ित होंगे। वायरल फीवर भी होगा। इसलिए तत्काल कोरोना की जांच कराएं। इससे गंभीर होने से बच सकेंगे।

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