अंबिकापुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बलरामपुर प्रवास के दौरान लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों पर खाद्य मंत्री अमरजीत भगत जमकर बरसे। नाराजगी की वजह यह थी कि जिस विश्राम गृह में मुख्यमंत्री के साथ राज्य मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य रुके हुए हैं, वहां मंत्री अमरजीत भगत के कमरे का पानी ही खत्म हो गया था। नहाने गए मंत्री भगत को दोबारा कपड़े पहन कर बाहर निकलना पड़ा।
उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को तलब किया और अव्यवस्था पर जमकर नाराजगी जताते हुए 24 घंटे के भीतर विश्राम गृह में पर्याप्त जल की उपलब्धता के लिए अतिरिक्त बोर खनन का निर्देश दिया। मंत्री की नाराजगी देख लोक निर्माण विभाग के अधिकारी भी अपना पक्ष नहीं रख सके।
बताते चलें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बलरामपुर के प्रवास पर हैं। उनके साथ प्रभारी मंत्री उमेश पटेल, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रेमसाय सिंह, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज, विधायक बृहस्पति सिंह भी हैं। शनिवार को बलरामपुर पहुंचे मुख्यमंत्री के साथ दूसरे मंत्रियों ने लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में रात्रि विश्राम किया।
सुबह वर्चुअल मैराथन में मुख्यमंत्री के अलावा स्कूल शिक्षा मंत्री और खाद्य मंत्री भी शामिल हुए। लोक निर्माण विभाग के रेस्ट हाउस परिसर में स्कूल शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रेमसाय सिंह और खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने दौड़ लगाई। इसका वीडियो उन्होंने रन फार छत्तीसगढ़ में अपलोड भी किया। सुबह-सुबह वर्चुअल मैराथन में शामिल होने के बाद स्थानीय नेताओं और जनप्रतिनिधियों से चर्चा पश्चात मंत्री अमरजीत भगत अपने कक्ष में गए।
मुख्यमंत्री के साथ दिन भर के व्यस्त कार्यक्रम को देखते हुए खाद्य मंत्री अमरजीत भगत सीधे नहाने चले गए। जब वे वहां पहुंचे तो पता चला कि पानी ही खत्म हो गया है। बगैर स्नान किए उन्हें दोबारा कपड़े पहनने पड़े। वे अपने कक्ष से बाहर निकले। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को तलब किया गया। सूचना मिलते ही लोक निर्माण विभाग वाड्रफनगर के अनुविभागीय अधिकारी मंत्री भगत के पास खड़े हो गए।
बलरामपुर स्थित विश्राम गृह में सारी व्यवस्थाओं की जवाबदारी वही के अनुविभागीय अधिकारी लोक निर्माण विभाग की थी। वाड्रफनगर के अधिकारी को शाम में देख उन्होंने सवाल पूछा कि आप यहां क्या करेंगे? बाद में एसडीओ बलरामपुर मौके पर पहुंचे। मंत्री भगत ने अव्यवस्था पर जमकर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि जिस रेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री के साथ राज्य मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य मौजूद हैं। वहां के कमरे का पानी खत्म हो जाना उचित नहीं है।
उन्होंने कारण जानने की कोशिश की तो पता चला कि परिसर में अतिरिक्त बोर खनन की आवश्यकता है। उसके बाद रेस्ट हाउस में पानी की समस्या नहीं रहेगी। मंत्री अमरजीत भगत ने अपनी नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि अगले 24 घंटे के भीतर रेस्ट हाउस में पर्याप्त जल की उपलब्धता के लिए अतिरिक्त बोर का खनन करा दिया जाए।
उनके जाने के बाद यह काम प्राथमिकता से पूर्ण कराने के निर्देश दिए गए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता से भी मोबाइल पर चर्चा कर सारी व्यवस्थाओं को ठीक करने का कड़ा निर्देश दिया। मंत्री की नाराजगी को देखकर अधिकारियों ने आनन-फानन में व्यवस्था की। सारे कमरों के पानी चेक किए गए। टंकियों को अच्छे से भरा गया।
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