
रायपुर। नगरीय प्रशासन एवं श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने अपने निवास कार्यालय में वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से मीडिया प्रतिनिधियों को राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों, अन्य राज्यों में फंसे श्रमिकों के लाने की व्यवस्था तथा राज्य के श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
मंत्री डॉ. डहरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कोरोना संक्रमण की स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार पूरी सक्षमता से काम कर रही है। छत्तीसगढ़ राज्य, कोरोना संक्रमण के रोकथाम के मामले में देश का माडल राज्य बनकर उभरा है।
संकट की इस चुनौतीपूर्ण घड़ी में गरीबों, ग्रामीणों एवं शहर के जरुरतमंद लोगों की मदद के लिए छत्तीसगढ़ सरकार पूरी प्रतिबध्दता से कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने राज्य के 56 लाख परिवारों को दो माह का नि:शुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराया है। जून माह का भी राशन नि:शुल्क वितरण करने जा रहे हैं।
जिनके पास राशन कार्ड नहीं है। ऐसे परिवारों को भी खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। सभी ग्राम पंचायतों में जरुरतमंदों की मदद के लिए 2 क्विंटल चावल रखा गया है।
मंत्री डॉ. शिव डहरिया ने आगे कहा कि राज्य की दस हजार ग्राम पंचायतों में वृहद पैमाने पर मनरेगा के कार्य संचालित किय जा रहे हैं। इसके जरिये राज्य में 20 लाख लोगों को प्रतिदिन रोजगार मिल रहा है।
शहरी क्षेत्रों में भी निर्माण का कार्य फिजिकल डिस्टेसिंग का पालन सुनिश्चित करते हुए कराये जा रहे हैं। लॅाकडाउन में बंद पड़े लगभग 6 हजार छोटे-बड़े कारखानों को चालू करा दिया गया है, जिससे स्थानीय श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध होने लगा है।
डॉ. शिवकुमार डहरिया ने पत्रकारों के सवाल का उत्तर देते हुए कहा कि अन्य राज्यों में फंसे हुए श्रमिकों को लाने के लिए ट्रेन की व्यवस्था के लिए रेलवे से बातचीत हुई है। टे्रन उपलब्ध होते ही श्रमिकों को उन राज्यों से छत्तीसगढ़ लाया जाएगा।
इसकी पूरी व्यवस्था सरकार करेेगी। डॉ. डहरिया ने कहा कि राज्य में वापस आने वाले सभी श्रमिकों को 14 दिन क्वारेंटीन किये जाने की व्यवस्था भी सरकार ने की है।
क्वारेंटीन सेंटर में श्रमिकों के भोजन, आवास एवं चिकित्सा का प्रबंध राज्य सरकार ने किया है। मंत्री ने रायपुर शहर में पीलिया की संक्रमण की रोकथाम के संबंध में भी उन्होंने पत्रकारों के सवालों का जबाब दिया।