यदि आप ऑनलाइन शॉपिंग करने का शौक रखते हैं, तो आप इस खबर को जरूर पढि़ए। दरअसल, सरकार फ्लिपकार्ट और अमेजन जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों तथा फेसबुक और ट्विटर जैसी सोशल मीडिया वेबसाइट को अब अपने यूजर्स का डाटा भारत में ही सुरक्षित रखने को बाध्य करने पर विचार कर रही है। ताकि ई-कॉमर्स कंपनियों में संस्थापकों की हिस्सेदारी घटने के बावजूद उनका नियंत्रण बना रह सके।
जिन आंकड़ों को भारत में ही रखने की आवश्यकता होगी, उसमें इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) द्वारा जुटाए गए कम्युनिटी डेटा, ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म, सोशल मीडिया, सर्च इंजन आदि समेत विभिन्न स्रोतों से यूजर्स द्वारा सृजित डेटा शामिल होगा। नए नियमों के तहत सामान मुहैया कराने वाले विक्रेता की पूरी जानकारी देनी होगी। अभी तक कंपनियां यह कहकर पल्ला झाड़ लेती थी कि वह सिर्फ प्लेटफार्म मुहैया कराती हैं। सामान की गुणवत्ता को लेकर उनकी जिम्मेदारी नहीं है, लेकिन नए नियमों के तहत अब इस पर नियंत्रण की तैयारी है।
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