
चंद्रकांत पारगीर, बैकुंठपुर। कोरिया जिले में बरसात शुरू होने के बाद से ही जिले के कई क्षेत्रों में अंधेरा कायम है। जिसे सुधारने की दिशा में किसी तरह का प्रयास नहीं होने के कारण जिले के कई वनांचल गांव एक माह से अंधेरे में डूबे हुए हैं। वहीं सौर उर्जा लगे गांव में भी एक ही मोहल्ले में बिजली है बाकी के कई मोहल्ले आज भी अंधेरे मेे डूबे हुए हैं। एक गांव में खंभे गिराए गए और विभाग ने उठवा लिया। बाद में ग्रामीणों के विरोध पर खंभे तो रूक गए परन्तु बिजली नहीं आई।
मामले पर पीसीसी सदस्य गुलाब कमरो का कहना है कि भाजपा के जनप्रतिनिधियों को दूरस्थ क्षेत्रों की चिंता नहीं है, यहां के ग्रामीण बारिश के दिनों में अंधेरे में रहने को मजबूर हैं।
जहां बिजली लगनी है वहां से खंभे ले जाया जा रहा है था जिसका ग्रामीणों के साथ विरोध करने पर खंभे तो रूक गए, परन्तु विभाग अब बिजली लगाने में आनाकानी कर रहा है।
जानकारी के अनुसार जिले के भरतपुर व सोनहत जनपद क्षेत्रों में कई दूरस्थ व वनांचल ग्राम हैं, जहां बरसात की शुरूआत होने के साथ ही बिजली व्यवस्था चरमरा गयी है। भरतपुर सोनहत जनपद के कोटाडोल के आगे नेरूआ आश्रित ग्राम गिधेर, रजरावल, करचा, मुलुकनार, कमर्जी, नौगई, मुरकिम, नेउर, सीतापुर, रौक, आदि कई दर्जन गांव ऐसे हैं, जहां बिजली की सुविधा तो है लेकिन बरसात के दिनों में जब बिजली की सबसे ज्यादा आवश्यकता रहती है तब उस क्षेत्र की बिजली व्यवस्था चरमरा गयी है।
करीब एक माह पूर्व से ही जिले के भरतपुर व सोनहत जनपद क्षेत्रों के दर्जनों गांवों में बिजली बिगड़ गई है जिसकी शिकायत भी विभाग के पास की गई। इसके बाद भी जिले के दूरस्थ क्षेत्रों की बिजली सुधार का कार्य नही किया गया है जिस कारण ऐसे क्षेत्रों में करीब एक माह से अधेरे में ही लोगों को रहना पड रहा है। लगातार एक एक माह तक बिजली नहीं रहने के बाद भी विभागीय अधिकारी ऐसे क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था बहाल करने की दिशा में किसी तरह की कार्यवाही नहीं कर रहे हैं।
वहीं जिले के ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों में इस समय बिजली की समस्या से जुझ रहे हंै। एक बार किसी क्षेत्र में बिजली व्यवस्था बिगड गयी तो सुधार करने के लिए विद्युत कर्मी नहीं पहुंचते हैं जिस कारण लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी बरसात के दिनों में बिजली को लेकर है। इसके अलावा कई पंचायत क्षेत्रों में बिजली की लो-वोल्टेज की समस्या है। जिसे भी दूर करने का प्रयास नहीं किया जाता है। हर मौसम मे कई पंचायत क्षेत्रों में ग्रामीण उपभोक्ताओं को बिजली की लो वोल्टेज का सामना करना पडता है। वहीं इन दिनों कई ग्राम पंचायत क्षेत्रों में एक बार बिजली गुल होने के बाद सुधार कार्य जल्द नहीं होने से लोगों में विभाग के कार्यप्रणाली को लेकर नाराजगी भी देखने को मिल रही है।
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