गंगासागर में डुबकी लगाने पहुंचे लाखों श्रद्धालु

आज मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जा रहा है. इस मौके पर बंगाल की खाड़ी स्थित गंगा नदी के संगम में पुण्य स्नान के लिए लाखों लोग एकत्रित हुए. मकर संक्रांति से पहले शुरू होने वाला गंगासागर का मेला नौ जनवरी से चल रहा है, जो आज खत्म हो जाएगा. हिन्दू मान्यता के मुताबिक साल की 12 संक्रांतियों में मकर संक्रांति का सबसे महत्व ज्यादा है. इस दिन सूर्य मकर राशि में आते हैं और इसके साथ देवताओं का दिन शुरु हो जाता है, जो देवशयनी एकादशी से सुप्त हो जाते हैं. मकर संक्रांति को तमिलनाडु में पोंगल, गुजरात में उत्तरायण, असम में बिहू और पश्चिम बंगाल में पौष संक्रांति के नाम से जाना जाता है. गंगासागर मेला की चर्चा हिन्दू धर्मग्रन्थों में मोक्षधाम के तौर पर की जाती है. यह मेला पश्चिम बंगाल में गंगा के सागर से मिलन के स्थान पर लगता है, इसलिए इस स्थान को गंगासागर कहा जाता है. इस मेले में मकर संक्रांति के मौके पर दुनिया भर से लाखों श्रद्धालु मोक्ष की कामना में सागर-संगम में डुबकी लगाते हैं.