शराब पीकर हंगामा कर रहा था पुलिसवाला… लोगों ने धुनाई कर उतारा नशा, SSP ने किया सस्पेंड…

रांची. पुलिस पर अपराध रोकने के साथ कानून-व्यवस्था बनाए रखने की भी जिम्मदारी होती है. लेकिन, जब पुलिसवाले ही कानून-व्यवस्था को ताक पर रख दे तो क्या होगा? कुछ ऐसी ही परिस्थिति झारखंड की राजधानी रांची में उस वक्त पैदा हो गई, जब एक पुलिसकर्मी शराब के नशे में धुत होकर उत्पात मचाने लगा. पुलिसवाले की हरकत से परेशान लोगों ने सरेआम उसकी पिटाई कर डाली.
दरअसल, यह घटना रांची के अल्बर्ट एक्का चौक इलाके की है. आमतौर पर पुलिस की ड्यूटी लोगों को सुरक्षा मुहैया कराने की होती है. अगर कोई किसी महिला या आमलोगों को परेशान करता है तो उसे सबक सिखाने की जिम्मेवारी भी पुलिस की ही होती है, लेकिन यहां इसका उल्टा हुआ. यहां लोग ही पीसीआर वैन में प्रतिनियुक्त एक पुलिस जवान को सबक सिखा दी. यह जवान न सिर्फ राहगीरों को परेशान कर रहा था, बल्कि सड़क किनारे सब्जी और फल बेचने वाली महिलाओ के सामने अश्लील हरकत भी कर रहा था. नशे में धुत इस जवान को इस बात की भी सुध नही थी कि वह बीच सड़क अमर्यादित हरकत कर रहा है.
रांची के अल्बर्ट एक्का चौक पर पीसीआर-1 में प्रतिनियुक्त जवान की पहचान हरनियुस डुंगडुंग के तौर पर की गई है. जवान ने नशे में अपनी सारी हदें पर कर रहा था. पुलिस की वर्दी में ही जवान ने जमकर हंगामा किया. आने-जाने वाले राहगीरों से मारपीट की और तो और चौक पर फल बेच रही महिलाओं के सामने अश्लील हरकत तक कर डाली.
जवान की इस हरकत को देख आसपास के लोगों ने जब उसे रोकने की कोशिश की तो वह उनपर पुलिसिया रौब झाड़ने लगा. इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने जवान का नशा उतार दिया और उसकी जमकर धुनाई कर दी. काफी देर तक यह हंगामा चलता रहा, जिसके बाद ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने मामले को सुलझाया. मामले की जानकारी मिलने के बाद एसएसपी (रांची) ने जवान को तत्काल सस्पेंड कर दिया.
आपको बता दें कि पीसीआर कर्मियों द्वारा यह कोई पहली घटना नही है. पीसीआर में तैनात पुलिसकर्मियों ने कई बार रांची पुलिस को शर्मशार करने का कारनामा क़िया है. पिछले कुछ महीनों पूर्व ही कांके रोड स्थित रॉक गार्डन में पीसीआर-10 के पुलिसकर्मियों की शराब पार्टी का एक वीडियो वायरल हुआ था. यह शराब पार्टी भी उस वक्त हुई थी जब लॉ डाउन था और शहर के सभी पार्क पर सरकार के निर्देश के कारण ताला लटका था. इसके अलावा भी कई बार रिश्वत लेते हुए और अपने कार्य में लापरवाही बरतने का आरोप पीसीआर में तैनात पुलिसकर्मियों पर लगा है.