नई दिल्ली. इजरायल (Israel) दुनिया के उन चुनिंदा देशों में से एक है, जहां कोरोना वायरस (Coronavirus) काफी हद तक नियंत्रण में है. यही वजह थी कि इजरायली सरकार ने मई के आखिरी सप्ताह में स्कूल खोल दिए. उसे यह निर्णय महंगा पड़ गया है. स्कूल खोलने के बाद देश में 261 बच्चे और स्कूली स्टाफ कोरोना से संक्रमित हो गए हैं. इसके बाद इजरायली सरकार को बैकफुट पर जाना पड़ा.
इजरायल में मार्च में कोविड-19 (COVID-19) तेजी से बढ़ रहा था. अप्रैल में इसमें और तेजी आई. इसी दौरान इजरायल ने जांच से लेकर लॉकडाउन जैसे सख्त निर्णय लिए. इजरायल में 30 अप्रैल को 15,946 केस थे. अगले 15 दिन में इस देश में कोरोना के करीब 600 केस ही आए. इससे उत्साहित सरकार ने स्कूलों को खोलने का आत्मघाती निर्णय ले लिया.
NPR की खबर के मुताबिक इजरायली स्कूल (Israel schools) से जुड़े 261 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं. शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक 261 संक्रमितों में 250 बच्चे हैं. इससे देश में कुल संक्रमण 17,377 पहुंच गया है.
इजरायल में अचानक नए केस आने के बाद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने स्कूलों को अनिश्चितकाल तक बंद करने का आदेश दे दिया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि जब तक स्कूल से जुड़े स्टाफ या बच्चों में से कोई एक भी संक्रमित है, तब तक स्कूल नहीं खुलेंगे. स्कूलों में नए केस आने के बाद 6800 बच्चों को क्वारंटाइन किया गया है.
इजरायल में कोविड-19 की वजह से अब तक 291 लोगों की मौत हो चुकी है. वह सबसे अधिक केस के मामले में दुनिया में 42वें नंबर पर है. यहांं अब तक 14,993 लोग कोरोना से संक्रमित होने के बाद पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं, यानी रिकवर हो चुके हैं. देश में अब भी 2145 एक्टिव केस हैं.
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