
रायपुर। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती अवसर पर बुलाए गए छत्तीसगढ़ विधानसभा के दो दिवसीय विशेष सत्र के आज दूसरे दिन सदन में गांधी और गोडसे के मुद्दे पर पक्ष-विपक्ष में तीखी तकरार हुई।
आज विशेष सत्र के दूसरे दिन संस्कृत के श्लोकों से शुरू हुए भाषण के शुरुआत बाद नेहरू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कपड़ा पर आकर रूक गई। जिसके बाद सदन में सत्तापक्ष और विपक्ष नेहरू और मोदी की तुलना पर एक बार फिर से आमने-सामने हो गए।
भाजपा विधायक सौरभ सिंह ने कहा, एक प्रधानमंत्री का कपड़ा इंग्लैंड से धुलकर आता था। जिसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तत्काल तंज कसते हुए कहा, आपको नाम लेने में क्यों हिचक होती है।
नेहरुजी किस कुल में पैदा हुए थे और उनकी संपन्नता क्या थी? पूरी दुनिया जानती है। आपके नेता के पास खुद की कोई संपत्ति नहीं थी, लेकिन वे दस लाख रूपए का सूट पहनते हैं।
सदन में इस विषय पर पक्ष-विपक्ष में तीखी तकरार जारी थी कि इसी दौरान कांग्रेस सदस्य अमरजीत भगत ने कहा कि, गांधी जी स्वराज के प्रेरणा स्त्रोत थे। ग्राम सुराज व्यवस्था को यहां छत्तीसगढ़ में भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं।
गांधी जी स्वदेशी के पोषक थे और विदेशी बाजार को हतोत्साहित करना चाहते थे। इस विषय पर चर्चा करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि पूरा विश्व गांधी जी को एक संत पुरुष के रूप में मानता है। राजनीति में सत्याग्रह, सत्य और अहिंसा का प्रयोग करने वाले वे पहले व्यक्ति थे।
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार ने हाल ही में जो 5 घोषणा की है, इनमें से कई घोषणाएं ऐसी हैं जिन पर पूर्ववती सरकार ने काम करना शुरू कर दिया था। सुपोषण योजना आदि कई योजना पर राज्य सरकार को पुरस्कृत किया गया था।
चूंकि गांधी जी की 150वीं जयंती चल रही है लिहाजा राज्य की कांग्रेस सरकार को इस महत्वपूर्ण तिथि पर कोई नया योजना शुरू करना था। उन्होंने राज्य सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि प्रदेश के बुनकर काम के अभाव में बेरोजगार हो रहे हैं, राज्य सरकार को बुनकरों के रोजगार और जीविकोपार्जन के लिए कोई योजना लानी चाहिए।
शराबबंदी के मुद्दे पर वरिष्ठ नेता व मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि शराबबंदी के लिए एक अलग से कमेटी बनाई गई है। इस पर भाजपा सदस्य अजय चंद्राकर ने कहा कि कमेटी की रिपोर्ट कब तक आएगी इसकी तिथि नीयत की जाए।
इस पर श्री चौबे ने कहा कि चूंकि अभी गांधी जी की 150वीं जयंती अवसर पर चर्चा हो रही है, लिहाजा विषय पर ध्यान दिया जाए और अन्य विषयों पर फिलहाल चर्चा नहीं होनी चाहिए।
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