2020 में सोने की कीमतों में किसी तरह की कोई राहत नहीं मिलेगी और यह साल के अंत तक 45 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम का स्तर छू सकता है। विश्व स्वर्ण काउंसिल ने अनुमान लगाया है कि नए साल में भी आर्थिक सुस्ती, रुपये में उतार-चढ़ाव और क्षेत्रीय असंतुलन की वजह से ऐसा हो सकता है।
विश्व के 14 देशों में स्थित केंद्रीय बैंकों ने 2019 में एक टन से अधिक सोना अपने यहां रिजर्व में बढ़ाया है। इन बैंकों में आरबीआई भी शामिल है। अभी एमसीएक्स पर सोना वायदा कारोबार में 41,500 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से बिक रहा है। यह आगे चलकर के 45 हजार रुपये स्तर पर जा सकता है। विश्व में भी सोना 1800 डॉलर प्रति औंस के स्तर को छू सकता है।
39,800 के पार बंद हुआ सोना
कमजोर मांग के कारण सोमवार को दिल्ली सराफा बाजार में सोना 73 रुपये सस्ता होकर 39,882 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव रहा। चांदी भी 156 रुपये सस्ती होकर 47,910 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव रही।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा कि सोमवार को सोने की कीमत स्थिर रहीं। वैश्विक बाजार में यह मामूली तेजी के साथ 1,513 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था।
छुट्टियां होने की वजह से सोना एक दायरे में कारोबार करता नजर आया। इससे दिल्ली में 24 कैरेट सोने के हाजिर भाव में 73 रुपये की गिरावट आई। न्यूयॉर्क में सोना 1,513.50 डॉलर प्रति औंस रहा, जबकि चांदी 17.87 डॉलर प्रति औंस रही। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 39,955 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव रहा था।
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