
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के संविलियन की घोषणा से शिक्षाकर्मियों में उत्साह है। वहीं कल 18 जून को होने वाली कैबिनेट की बैठक पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। शिक्षक पँ ननि मोर्चा के प्रदेश उपसंचालक एवं जिला संचालक बालोद जितेन्द्र शर्मा ने संविलियन के बाद शिक्षाकर्मियों को होने वाले फायदे के बारे में बताया है। शिक्षाकर्मियों का संविलियन होते ही ये शिक्षाकर्मी शासकीय कर्मचारी हो जाएंगे।
समय पर वेतन मिलेगा, आबंटन का झंझट खत्म, क्रमोन्नति का लाभ मिलेगा, अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त होगी, सातवां वेतनमान मिलेगा, समय पर अगला वेतनमान मिलेगा, खुली स्थानांतरण नीति का लाभ मिलेगा, संस्था प्रमुख व उच्च पदों पर पदोन्नति मिलेगी, वेतन विसंगतियां दूर होंगी, रिटायरमेंट के समय ग्रेजुएटी के साथ साथ सभी हितलाभ प्राप्त होंगे, सीपीएस की नियमित कटौती और खाते में जमा। सीपीएस कुल वेतन पर कटेगा .सरकार भी उतना ही जमा करेगी।
चिकित्सा सुविधा व प्रतिपूर्ति प्राप्त होगी, समय समय पर महंगाई भत्ते प्राप्त होंगे, सभी भत्ते की पात्रता होगी, भेदभाव समाप्त होगा, सेवानिवृत्त 62 वर्ष होगी। इसके साथ ही महत्वपूर्ण बात ये है कि शिक्षाकर्मी अब एक शिक्षक बन जाएगा। एक शिक्षक होने का खोया हुआ सम्मान प्राप्त होगा।