छत्तीसगढ़

महिलाओं ने कराया SECL खदान में काम बंद…भूविस्थापितों को नौकरी देने की मांग…

कोरबा। एसईसीएल ने सराईपाली ओपन खदान के खिलाफ महिलाएं लामबंद हो गई हैं। खदान से प्रभावित क्षेत्र की महिलाएं शुक्रवार को परिजनों के साथ खदान पहुंचे और कोल उत्खनन में लगी मशीनों को बंद करा दिया।
एसईसीएल प्रबंधन द्वारा मात्र 150 भूविस्थापितों को रोजगार देकर सराईपाली खदान चालू कराने पर महिलाओं ने कोयला उत्खनन बंद करा दिया। महिलाओं ने बताया कि अनेक भूविस्थापितों को रोजगार, मुआवजा, बसाहट भी नहीं मिला है।

एसईसीएल ने सराईपाली ओपन खदान को खोलने अनेक किसानों की जमीन का सीमांकन कर अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की। कंपनी के नियमों के तहत एसईसीएल से प्रभावित भूविस्थापित परिवार के एक सदस्य को रोजगार देना है। सराईपाली खदान से प्रभावित क्षेत्र की महिलाएं परिजनों के साथ शुक्रवार को खदान पहुंचे। कोल उत्खनन में लगी मशीनों को बंद करा दिया।



महिलाओं का कहना है कि सराईपाली खदान से प्रभावित 321 खातेदारों को नौकरी देना था। इसके लिए भूविस्थापितों व प्रबंधन के बीच सहमति बनी थी। महज 150 भूविस्थापितों को नौकरी देकर प्रबंधन ने खदान चालू करा दिया है।

रोजगार के लिए पात्र 206 खाताधारक भी फार्म भरे हैं। इसमें 16 महिला खाताधारक भी शामिल है। जिन्हें नौकरी नहीं मिल पायी है। इसके बावजूद प्रबंधन ने खदान से कोयला निकालने की तैयारी शुरू कर दी गई है। जब तक सभी पात्र भूविस्थापितों को रोजगार नहीं मिल पाएगा तब तक खदान को चालू होने नहीं दिया जाएगा।

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