
रायपुर। राज्य में आगामी चौबीस घंटों के दौरान मौसम का मिजाज शुष्क बना रहेगा। इस दौरान कहीं-कहीं पर गरज-चमक के साथ हल्की बारिश अथवा गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। दक्षिण-पश्चिम मानसून अब देश के अन्य राज्यों के साथ ही प्रदेश से विदा होने लगी है।
हालांकि अभी भी उत्तर भारत की ओर मानसूनी गतिविधियां जारी हैं। लेकिन प्रदेश में फिलहाल अब मानसूनी गतिविधियों पर विराम लगने लगा है। गत सप्ताह हुई जोरदार बारिश से प्रदेश के कई जिलों में औसत बारिश का ग्राफ लगभग पूरा कर दिया है। इधर मौसम विभाग की माने तो कल बना चक्रवाती घेरा वर्तमान में पूर्वी उत्तरप्रदेश, इसके आसपास के इलाकों के साथ ही बिहार, झारखंड और उत्तरी छत्तीसगढ़ के ऊपरी हवा में 3.1 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय बना हुआ है।
इसके अलावा एक अन्य चक्रवाती सिस्टम जो कि दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और इसके आसपास के इलाकों में बना हुआ है, ऊपरी हवा में 1.5 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है। इसके अलावा मानसूनी द्रोणिका जो कि पंजाब से लेकर दक्षिण आसाम तक बना हुआ है, आज हरियाणा और सब हिमालय क्षेत्र से लेकर पश्चिम बंगाल के ऊपर समुद्र तल से 0.9 किमी की ऊंचाई पर बना हुआ है।
मौसम विभाग की माने तो अब प्रदेश में अच्छी बारिश की संभावना काफी कम हो गई है। लेकिन उत्तर भारत की ओर बने चक्रवाती सिस्टम और समुद्र की ओर से आ रही नमी के असर से राज्य में कहीं-कहीं पर हल्की बारिश अथवा गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। इसी तरह राजधानी रायपुर सहित आसपास के इलाकों में आसमान के समान्यत: आंशिक मेघमय बने रहने तथा एकात-दो बार गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी अथवा हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है।
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