रायपुर। संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने आज यहां महंत घासीदास संग्रहालय के सभा कक्ष में छत्तीसगढ़ में पहली बार आयोजित हो रहे राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव तैयारियों के सबंध में होटल संचालकों, ट्रैवल टूर ऑपरेटर्स एवं सिनेमा व्यवसायिओं से विचार विमर्श किया।
भगत ने कहा कि आगामी 28 और 29 दिसम्बर को नेशलन ट्राइवल डांस प्रतियोगिता का आयोजन राजधानी रायपुर में होना प्रस्तावित है। इस आयोजन के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में गठित राज्य स्तरीय समिति अंतिम निर्णय लेगी।
उन्होंने कहा कि नृत्य महोत्सव स्थल पर राज्य शासन की योजनाओं पर आधारित विकास प्रदर्शनी, हाथकरघा वस्त्रों, और कृषि आधारित विभिन्न उत्पादों को भी प्रदर्शित किया जाएगा।
आगे भगत ने बताया कि इस नृत्य महोत्सव में छत्तीसगढ़ सहित देशभर के विभिन्न राज्यों के लगभग 2500 लोक कलाकार भाग लेंगे। इनके अलावा देशभर के कलाप्रेमी भी कार्यक्रम देखने छत्तीसगढ़ आएंगे। इनके आवागमन, निवास और अन्य जरूरतों के लिए होटल संचालकों और टै्रवल ऑपरेटर्स का सहयोग जरूरी है।
साथ ही प्रचार-प्रसार के लिए सिनेमा व्यवसायिओं का भी सहयोग लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले अतिथियों का होटल और ट्रैवल ऑपरेटरों सहित सभी लोग सौजन्यपूर्ण व्यवहार और उनके खान-पान की व्यवस्था उन्हीं के अनुरूप करें ताकि छत्तीसगढ़ की छवि देश में सर्वश्रेष्ठ राज्य के रूप में हो।
उन्होंने कहा कि आवास एवं परिवहन के लिए ऑनलाइन बुकिंग किया जाएगा। सभी होटल वालों को चाहिए कि जिनके नाम से बुकिंग हुआ है, उसे उसी के लिए सुरक्षित रखें। साथ ही आवास, परिवहन के लिए एक पैकेज भी होटल वालों को निर्धारित करना चाहिए।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पर्यटन विभाग के सभी रिसोर्ट और मोटल को अपग्रेड करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि आयोजन के संबंध में सभी जानकारी वेबसाइट में उपलब्ध रहेगी। उन्होंने होटल व्यवसायिओं को उनके यहां उपलब्ध सेवाओं की जानकारी उपलब्ध कराने को कहा है।
संस्कृति विभाग के सचिव सोनमणि बोरा ने बताया कि राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव की प्रतियोगिता में चार विषयों पर आधारित कार्यक्रम होंगे। पहला विवाह या मांगलिक अवसर पर होने वाले नृत्य, दूसरा कृषि आधारित जैसे फसल कटने के समय आयोजित होने वाले नृत्य, तीसरा देश के विभिन्न राज्यों में त्यौहारों, विशेष अवसरों पर होने वाले नृत्य और चौथे विषय को खुली प्रतियोगिता के रूप में रखा गया है।
एक प्रदेश से चार ग्रुप शामिल होंगे। एक गु्रप में 15 कलाकार हो सकते है। उन्होंने बताया कि इस महोत्सव को देखने के लिए देशभर से कलाप्रेमी यहां आएंगे। छत्तीसगढ़ में आयोजन की तैयारियों के लिए विकासखण्ड स्तर पर नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन 15 नवम्बर तक किया जाएगा।
विकासखण्ड स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कलाकारों का 16 से 30 नवम्बर तक जिला स्तर पर प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा और एक से 10 अक्टूबर तक संभाग स्तर पर प्रतियोगिता का आयोजन होगा और इस प्रतियोगिता में जो टीम सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे। उन्हें राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में प्रदर्शन के लिए चयनित किया जाएगा।
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