जगदलपुर। नगर पालिक निगम के द्वारा संचालित स्वीमिंग पूल रख रखाव के अभाव में बदहाली के कगार पर पहुंच गया है। स्वीमिंग पूल का पूरा परिसर गंदगी से अटा पड़ा है। देखरेख के अभाव में चूहों ने यहां डेरा जमा लिया है। स्वीमिंग पूल का पानी तक बदलने की आवश्यकता निगम नहीं समझता है। आठ माह से स्वीमिंग पूल में भरा गया पानी गंदगी में तब्दील हो गया है।
उल्लेखनीय है कि विगत वर्ष स्वीमिंग पूल में डूबकर एक युवक की मौत हो गई थी जिसके बाद स्वीमिंग पूल को बंद कर दिया गया था। करोड़ों की लागत से निर्मित स्वीमिंग पूल निगम के लिए सफेद हाथी साबित हो रहा है। स्वीमिंग पूल से आय से अधिक खर्च होने का मामला भी सामने आया था जिसके बाद निगम प्रशासन के द्वारा स्वीमिंग पूल को ठेके में दिए जाने का दौर भी जारी रहा।
बावजूद इसके स्वीमिंग पूल के रखरखाव समुचित ढंग से नहीं हो पाया है। जिसे मजबूरन पुन: निगम के द्वारा संचालित किए जाने का प्रयास किया जाता रहा है। प्रतिवर्ष फरवरी माह से मई माह तक के लिए स्वीमिंग पूल का संचालन निगम के द्वारा किया जाता है। इसके बाद इसे उपेक्षित छोड़ दिया जाता है।
जिससे स्वीमिंग पूल की हालत बद से बदतर होती जा रही है। दिन प्रतिदिन बदहाली की कगार पर पहुंच रहा स्वीमिंग पूल पूरी तरह से कंडम स्थिति में पहुंच जाएगा जिसके बाद शहर का एकमात्र बचा स्वीमिंग पूल बंद हो जाए इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी। जनवरी माह के आखिरी पड़ाव में पहुंच जाने के बावजूद स्वीमिंग पूल को शुरू करने की कवायद अब तक नहीं हुई है।
जबकि फरवरी माह से स्वीमिंग पूल आम जनता के लिए प्रारम्भ किया जाना है। बदहाल स्वीमिंग पूल की हालत देखकर ऐसा नहीं लगता है कि इस वर्ष स्वीमिंग पूल का संचालन फरवरी माह से शुरू भी हो जाएगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार स्वीमिंग में नियुक्त निगम के कर्मचारी अन्यत्र संलग्न कर दिया गया है। इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि निगम के द्वारा इस वर्ष स्वीमिंग पूल का संचालन नहीं किया जाएगा। इस संबंध में निगम आयुक्त से संपर्क करने का प्रयास किया गया है लेकिन संपर्क नहीं हो पाया है। (एजेंसी)
यह भी देखें : छत्तीसगढ़ : पेट्रोल पंपों में लगी ये तख्यितां उड़ा रही सबके होश…पंप संचालकों ने कहा- हमारा कसूर नहीं
Add Comment