छत्तीसगढ़

बारिश ने बढ़ाई किसानों की चिंता… दो खरीदी केन्द्र में नहीं हुई धान की बोहनी…कृषकों की परेशानी बढ़ी

कोंडागांव। दो दिनों से छाए बादल बारिश बनकर 13 दिसंबर की सुबह कोंडागांव में बरश पड़े। बारिश के साथ ही किसानों की चिंता बढ़ चुकी है। इधर विभाग से मिले जानकारी अनुसार, 13 दिसंबर की सुबह तक 2 धान खरीदी केन्द्र अमरावती के छिनारी और माकड़ी के बवई में खरीदी कार्य शुरू तक नहीं हुआ था, जबकि इस वर्ष 15 नवंबर के बजाय 1 नवंबर से धान खरीदी कार्य शुरू किया गया है।

इसके बाद भी धान खरीदी कार्य में धीमा पन देखने के लिए मिल रहा है। जिले में बीते कुछ दिनों से बदली के बाद बारिश ने कृषकों की परेशानी बढ़ा दी है। सबसे बड़ी समस्या कोठार में मिसाई के लिए रखे किसानों की हो रही है। बेमौसम बारिश से धान खरीदी केंद्रों के स्टॉक में रखी धान की बोरियां भीग गई है। गुरूवार की सुबह और रात में हुई बारिश से धान खराब होने की स्थिति में पहुंच गई है।

इसके कारण प्रबंधकों की नींद उड़ गई है। हालाकि अधिकारी तिरपाल से धान डके होने की बात कह रहे है, लेकिन धान लेकर पहुंचे किसानों को अब भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिले भर में खराब मौसम और रूक रूक कर हो रही बरिश के चलते खरीदी केंद्र में परेशानी आ रही है।

विभागीय जानकारी अनुसार, कोण्डागांव के 43 धान उपार्जन केन्द्र में गुरूवार की सुबह तक 1 लाख 28 हजार 814.80 क्विंटल धान का स्टॉक मौजूद है। इतनी अधिक मात्रा में धान का उठाव नहीं होने से बारिश में बोरियां भीगने का अंदेशा है। वहीं अचानक होने वाली बारिश के कारण सबसे नीचे वाले छल्ली में रखे धान के खराब होने की भी आशंका जताई जा रही है।

इसके कारण शासन को लाखों रुपए का क्षति होने की संभावना है। इधर इस पूरे मामले पर डीएमओ विनिता चौरसे ने बताया, मौसम को देखते हुए पहले ही सारी तैयारी की जा चुकी थी। बारिश से कही भी धान नुक्सान की खबर नहीं है, क्योकि सभी केन्द्रों में पर्याप्त मात्रा में त्रिपाल पहुंच चुके थे।

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