
रायपुर। राजधानी के तीन विधानसभा सीट के कांग्रेस प्रत्याशियों ने चुनाव में एमआईसी से सहयोग नहीं मिलने की लिखित शिकायत राज्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी से की है। शिकायत में कहा गया है कि विधानसभा चुनाव में पार्षदों ने उनका कोई सहयोग नहीं किया। प्रचार-प्रसार के दौरान क्षेत्र में रहने के बजाय नदारद रहे। मामले को गंभीरता से लेते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने एमआइसी को भंग करने का आदेश दे दिया है। हालांकि आदेश अभी तक महापौर प्रमोद दुबे को नहीं मिला है।
विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस ने प्रत्याशियों एवं पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई थी। बैठक में प्रत्याशियों ने कांग्रेस के ही पार्षद एवं कुछ कार्यकर्ताओं की नामजद शिकायत करते हुए भीतरघात का आरोप लगाया था।
इनमें से कई एमआईसी सदस्य टिकट मांग रहे थे और प्रबल दावेदार थे। टिकट कटने के बाद वे नाराज थे। पार्टी द्वारा समझाने और मनाने के बाद भी वे नहीं माने और चुनाव में पार्टी का साथ नहीं दिया। अगर एमआइसी भंग होती है तो चार सदस्यों के नाम ऐसे हैं, जिन्हें दोबारा जगह नहीं मिलेगी।
कांग्रेस प्रत्याशियों की शिकायत के बाद एमआईसी सदस्यों, पार्षदों से बात की। इन्होंने कहा कि अगर प्रत्याशी जीतेंगे तो जीत का सेहरा अपने सिर बांधेंगे और हारे तो हमारे सिर।
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