रायपुर। गुढिय़ारी गणेशोत्सव समिति तीन पीढिय़ों से पंडाल का निर्माण कर रही है। समय के साथ गणेश उत्सव का स्वरूप बदला, लेकिन समिति ने उसका वैभव वैसा ही बना रखा है, जैसे पहले था। समिति के सदस्यों के परिश्रम से इस वर्ष भी पंडाल का निर्माण किया जा रहा है इस बार की झांकी में भक्तों को वैद्यनाथ शिवलिंग देवघर के दर्शन होंगे।
समिति का मानना है कि वह लोगों को यहां पर भोलेनाथ के दर्शन कराएगी, जिससे उनकी मनोकामनाएं पूर्ण हो। समिति के अध्यक्ष और सचिव ने बताया कि छत्तीसगढ़ की सबसे प्राचीन किराना मंडी गुढिय़ारी पड़ाव में श्री गुढिय़ारी गणेशोत्सव समिति स्वर्णिम शताब्दी वर्ष पूर्ण हो रहा है।
इस मौके पर आकर्षक चलित झांकी बनाई जा रही है, जिसका निर्माण दुर्ग के कलाकार प्रकाश वैष्णव और रियाज खान की टीम कर रही है इसमें 20 हजार वर्ग फीट में वाटरप्रूफ पंडाल का निर्माण किया जा रहा है और इस पंडाल में कामनालिंग की झांकी दिखाई जाएगी। झांकी में शिव पार्वती गणेश द्वारा सिन्दासूर राक्षस के साथ गणेश जी द्वारा युद्ध रावण द्वारा भगवान शिव के लिंग को प्राप्त कर ले जाना, रास्ते में भगवान विष्णु द्वारा रावण को लिगं को लंका ले जाने से रोकना शामिल है। पंडाल में चलित मूर्ति और झांकी लोगों के आकर्षण का केन्द्र होगा। पंडाल में विशेष रूप से कामनालिंग के ऊपर बेलपत्र चढ़ाने की व्यवस्था होगी। पूरे पंडाल में सुरक्षा की मद्देनजर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं।
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