राजेश्वर तिवारी, जांजगीर-चांपा। जनपद डभरा में पदस्थ 29 लाख रुपए गबन के आरोपी लिपिक को आज गिरफ्तार कर लिया गया। दूसरा आरोपी फरार जनपद पंचायत डभरा के करारोपण अधिकारी सहित दो लोगों ने मिलकर विभिन्न मद की 29 लाख रुपए पर हाथ साफ कर दिया था। ये हेराफेरी फर्जी चेक में हस्ताक्षर कर आहरण से किया गया है। मामले की शिकायत जनपद सीईओ नितेश कुमार उपाध्याय ने विभागीय जांच के बाद डभरा थाने में अपराध दर्ज कराया था। पुलिस ने आज मामले के आरोपी लिपिक को गिरफ्तार कर लिया है।
जनपद पंचायत डभरा के सीईओ नितेश कुमार उपाध्याय ने बीते 18 दिसंबर 2017 को जनपद कार्यालय में करारोपण अधिकारी के पद पर पदस्थ बसंत कुमार यादव और सहायक ग्रेड 3 के पद पर पदस्थ केशव प्रसाद पटेल के खिलाफ 29 लाख रुपए गबन करने का मामला डभरा थाने में दर्ज कराया था।
सीईओ ने विभागीय जांच के बाद इन कर्मचारियों द्वारा विद्युत देयक राशि, साराडीह नौकाघाट, विभिन्न पेंशन योजनाओं में धोखाधड़ी चेक में फर्जी हस्ताक्षर कर राशि गबन करने का खुलासा किया। इधर, एसपी नीतू कमल ने समीक्षा बैठक में सभी थाना प्रभारियों को गंभीर अपराध के आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। इसी कड़ी में पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि डभरा थाना क्षेत्र के ग्राम रेड़ा निवासी केशव पटेल पिता दुर्योधन अपने घर में छिपा है। उसे घेराबंदी कर पकड़ा गया।
पूछताछ में उसने करारोपण अधिकारी बसंत कुमार यादव के साथ मिलकर सीईओ नितेश कुमार उपाध्याय के नाम से केंद्रीय सहकारी बैंक डभरा व ईलहाबाद बैंक के चेक पर फर्जी हस्ताक्षर व चेक में छेड़छाड़ कर सुनियोजित तरीके से 29 लाख रुपए गबन कर लिया। उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। मामले के अन्य आरोपी करारोपण अधिकारी अब भी पुलिस पकड़ से दूर है।
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