सुशासन को साकार करना लोक सुराज का मुख्य उद्देश्य : डॉ. रमन सिंह

रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह रविवार सवेरे राजधानी रायपुर से हेलीकॉप्टर द्वारा लोक सुराज अभियान के तीसरे चरण के प्रथम दिवस पर बस्तर संभाग के दौरे पर रवाना हुए। उन्होंने प्रदेशवासियों से अभियान के तहत ग्राम समूहों और शहरों के वार्ड समूहों में आयोजित हो रहे समाधान शिविरों में सक्रिय भागीदारी की अपील की। डॉ. सिंह ने अभियान से जुड़े सभी जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और कर्मचारियों को अपनी शुभकामनाएं दी और उम्मीद जताई कि सबके सहयोग से इस बार भी यह अभियान जरूर कामयाब होगा।
स्थानीय पुलिस लाइन हेलीपेड पर उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में आम जनता की भागीदारी से जमीनी स्तर पर सुशासन को साकार करना, धरातल पर योजनाओं की समीक्षा करना और जनता को उनका लाभ पहुंचाना इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है। छत्तीसगढ़ देश का इकलौता राज्य है, जहां प्रदेश सरकार साल के लगभग तीन माह लोक सुराज अभियान के माध्यम से लगातार जनता के बीच रहकर लोगों से सीधे संवाद करती है। उनकी समस्याओं का यथोचित निराकरण भी किया जाता है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश व्यापी लोक सुराज अभियान इस वर्ष 12 जनवरी से शुरू हो गया है। प्रथम चरण में 12 से 14 जनवरी तक ग्राम पंचायतों और नगरीय निकायों में आवेदन संकलन शिविर लगाए गए।
इन शिविरों में समाधान पेटियां रखकर लोगों से विभिन्न विषयों पर आवेदन लिए गए। तीन दिवसीय आवेदन संकलन शिविरों में 30 लाख 10 हजार 692 आवेदन प्राप्त हुए। मुख्यमंत्री ने बताया कि अभियान के दूसरे चरण में 15 जनवरी से 11 मार्च तक विभिन्न विभागों द्वारा युद्धस्तर पर इन आवेदनों के निराकरण की कार्रवाई की गई। अब तक इनमें से 50 प्रतिशत से ज्यादा आवेदनों का निराकरण हो चुका है। मुख्यमंत्री ने बताया कि तीसरे चरण में आज 11 मार्च से 31 मार्च तक प्रदेश भर में कुल एक हजार 811 समाधान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इनमें से एक हजार 182 शिविर ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम समूहों के बीच और 629 शिविर शहरी क्षेत्रों में वार्ड समूहों के बीच लगाए जाएंगे। आज पहले दिन वन और विधि मंत्री महेश गागड़ा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अमन कुमार सिंह और सचिव सुबोध कुमार सिंह भी दौरे पर रवाना हुए।
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