12 घंटों में 20 लाख से ज्यादा को लगाई गई वैक्सीन… 24 घंटे में आए 81 हजार से ज्यादा नए केस…

देश भर से कोरोना (Covid-19) के बड़ी संख्या में मामले सामने आ रहे हैं. दैनिक टेली में भी आए दिन वृद्धि हो रही है. इसी को देखते हुए कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम (Corona Vaccination Program) में तेजी लाई जा रही है. ताकि समय रहते ज्यादा से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन किया जा सके. देश के कुछ राज्यों से कोरोना के जिस तरह से चौंकाने वाले आंकड़े सामने आ रहे हैं, वो चिंताजनक है. कोरोना की मौजूदा स्थिति दिनोंदिन बिगड़ती जा रही है.
देश भर में 45 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों का कोरोना वैक्सीनेशन शुरू हो गया है. गुरुवार को वैक्सीन लगवाने के लिए 22 लाख लोगों ने अपने नाम दर्ज करवाए. जिनमें से लगभग 20 लाख से ज्यादा लोगों ने कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की डोज ली. आंकड़ों के मुताबिक, गुरुवार की रात 9 बजे तक 20 लाख से ज्यादा लोगों का कोरोना वैक्सीनेशन किया गया. दिल्ली में गुरुवार को अधिकतर अस्पतालों और औषधालयों में वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों की लंबी कतारें देखी गईं.
40 दिनों में 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के वैक्सीनेशन का टारगेट
सरकार का टारगेट अगले 40 दिनों के भीतर 45 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों का कोरोना वैक्सीनेशन करना है. टारगेट को पूरा करने के लिए ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन सेंटर्स बनाए जाएंगे. वैक्सीन की डोज देने के लिए बड़ी संख्या में वैक्सीनेटरों को ट्रेनिंग दी जाएगी. वैक्सीनेशन सेंटरो को 12 घंटे तक खुला रखा जाएगा, ताकि लोग अपना वैक्सीनेशन करा सकें.
कोरोना वैक्सीन लगवाने वालों की भीड़ महाराष्ट्र (Maharashtra) में भी सेंटरों के बाहर देखी गई, जहां कोरोना के रोजाना आने वाले मामलों की संख्या देश में सबसे ज्यादा है. महाराष्ट्र में आने वाले दिनों में रोजाना 4 लाख लोगों को वैक्सीन की डोज देने का लक्ष्य रखा गया है.
12 घंटों के दौरान 20 लाख लोगों ने लगवाई वैक्सीन
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, गुरुवार को सुबह 9 से रात 9 बजे के बीच 22 लाख लोगों के नाम कोरोना वैक्सीन लगवाने वालों के लिस्ट में शामिल किए गए. 12 घंटों के दौरान लगभग 20 लाख लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई. भारत में कोरोना की सबसे ज्यादा डोज (30 लाख) 27 मार्च को दी गई थी.
गुरुवार को वैक्सीन की पहली डोज लेने वाले प्रमुख लोगों में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी भी शामिल रहे.