रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र इस बार भी हंगामेदार रहेगा, क्योंकि सत्र के लिए अब तक 1933 प्रश्र लगाए जा चुके है, वहीं विपक्षी दलों द्वारा भी प्रदेश से जुड़े कई मुद्दों पर सरकार को घेरने का प्रयास करेंगे। 22 अप्रैल से प्रारंभ हो रहे बजट सत्र के लिए विपक्षी विधायकों के अलावा सत्ता पक्ष के विधायकगण भी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों की जनता के हितों से जुड़े मुद्दों को लेकर बढ़-चढक़र प्रश्र लगा रहे है। इन मुद्दों को विधायकगण प्रश्र के जरिए सदन में उठाएंगे और संबंधित मंत्रियों से जवाब मांगे।
इधर प्रमुख विपक्षी दल भाजपा भी सदन में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, किसानों की आत्महत्या, प्रदेश में बढ़ते अपराध, कानून व्यवस्था सहित कई मुद्दो पर सरकार को घेरने का प्रयास कर सकती है। हालांकि सत्ता पक्ष के सभी मंत्री भी विपक्ष के सभी सवालों का जवाब लेकर सदन में उपस्थित रहेंगे।
इसके लिए मंत्रियों ने अपने-अपने संबंधित विभागों के अधिकारियों को विधायकों द्वारा लगाए गए प्रश्रों का जवाब तैयार करने पहले ही निर्देश दे चुके है। इस तरह सभी मंत्री सदन में पूरी तैयारी के साथ उपस्थित रहेंगे। बजट सत्र के लिए 15 फरवरी तक विधायकों द्वारा कुल 1933 प्रश्र लगाए जा चुके है, जिनमें 1051 तारांकित एवं 882 अतारांकित प्रश्र है।
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