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क्या वैक्सीन लगवाते ही तुरंत मिल जाएगी कोरोना से सुरक्षा? जानिए ऐसे ही अहम सवालों के जवाब…

ब्रिटेन और अमेरिका समेत कई देश कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान चला रहे हैं और अब भारत भी इस सूची में शामिल होने वाला है। दरअसल, ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन ‘कोविशील्ड’ को कुछ शर्तों के साथ भारत में आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिल सकती है। केंद्र सरकार की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (एसईसी) ने तो इसकी सिफारिश कर दी है, लेकिन अंतिम फैसला ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) के हाथ में है। अगर इसे मंजूरी मिल जाती है, तो यह भारत की पहली कोरोना वैक्सीन होगी, जबकि ‘कोविशील्ड’ को मंजूरी देने वाला भारत दुनिया का दूसरा देश होगा। ब्रिटेन ने अभी दो दिन पहले ही इसे अपने यहां आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी थी। ऐसे में वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल होंगे, जिनका जवाब वो जानना चाहते हैं। जैसे- क्या वैक्सीन लगवाते ही तुरंत कोरोना से सुरक्षा मिल जाएगी या नहीं? आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ अहम सवालों के जवाब…



कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन की कितनी खुराक लेनी होगी?
दुनियाभर में वैक्सीन बना रहे वैज्ञानिक और विशेषज्ञों के मुताबिक, वैक्सीन के पूरी तरह प्रभावी होने के लिए उसकी दो डोज जरूरी हैं। अमेरिका के संक्रामक रोग विशेषज्ञ रेमर्स कहते हैं कि पहली खुराक से करीब 50 फीसदी सुरक्षा मिलती है। इसलिए अगर आपको 95 फीसदी सुरक्षा चाहिए, तो वैक्सीन की दूसरी खुराक लेनी होगी। ब्राजील के क्वेश्चन्स ऑफ साइंस इंस्टीट्यूट की अध्यक्ष और बायोलॉजिस्ट नतालिया पस्टर्नक कहती हैं कि दूसरी खुराक ही कोरोना के खिलाफ बेहतर प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया पैदा करती है, जिससे वायरस से बचाव संभव हो पाएगा।

क्या वैक्सीन लगवाते ही तुरंत मिल जाएगी कोरोना से सुरक्षा?
नहीं। संक्रामक रोग विशेषज्ञ रेमर्स कहते हैं कि वैक्सीन लगने के बाद शरीर में कोरोना वायरस के खिलाफ इम्यूनिटी पैदा होने में 10 से 14 दिन का समय लग सकता है। बीबीसी के मुताबिक, साओ पाउलो यूनिवर्सिटी के चिकित्सा विभाग के प्रोफेसर डॉ. जॉर्ज कलील कहते हैं कि वैक्सीन लेने के बाद भी कम से कम 15 दिनों तक कोरोना वायरस से बचाव के जरूरी एहतियात बरतना आवश्यक है।

वैक्सीन लगवाने के बाद किस तरह की सावधानी बरतें?
विशेषज्ञ कहते हैं कि चूंकि वैक्सीन को पूरी तरह अपना प्रभाव दिखाने में थोड़ा समय लगता है, इसलिए यह जरूरी है कि वैक्सीन लेने के बाद भी कुछ समय तक के लिए सुरक्षित शारीरिक दूरी बनाए रखें, मास्क का इस्तेमाल करते रहें और नियमित रूप से हाथ भी धोते रहें।

भारत में टीकाकरण अभियान के तहत पहले चरण में कितने लोगों को वैक्सीन दी जाएगी?
सरकार ने कहा है कि पहले चरण में 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जाएगी, जिसमें हेल्थकेयर वर्कर्स (अस्पताल चलाने वाले), फ्रंटलाइन वर्कर्स (पुलिसकर्मी और एंबुलेंस ड्राइवर, आदि) शामिल हैं। इसके अलावा 50 वर्ष की आयु से अधिक लोगों का टीकाकरण भी इसी चरण में किया जाएगा।



वैक्सीन लेने के बाद शरीर पर किस तरह के प्रभाव हो सकते हैं?
दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के डॉ. नितेश गुप्ता कहते हैं कि जब भी कोई वैक्सीन लगती है, तो उसके दो तरीके के कॉम्प्लीकेशन (परेशानियां) होते हैं। पहला, सुई लगने पर कुछ लोगों को चक्कर आता है, दर्द सहन नहीं होता है तो उल्टी आती है, जबकि दूसरा वैक्सीन के साइड-इफेक्ट (दुष्प्रभाव) होते हैं। ज्यादातर साइड-इफेक्ट वैक्सीन लगने के पहले 20 मिनट में दिख जाते हैं। इसलिए दिशा-निर्देशों में भी कहा गया है कि वैक्सीन लगाने के बाद 20 मिनट तक मरीज को वही बैठाकर रखना है और देखना है कि उसे कोई परेशानी तो नहीं हो रही। अगर कोई परेशानी नहीं है तो उसे घर भेजा जा सकता है।’

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