रायपुर। कोरोना काल में छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल की अवसर परीक्षा इस साल पहली बार नहीं होगी। ओपन स्कूल के अधिकारियों का कहना है कि इस साल असाइनमेंट बेस पर परीक्षा ली गई थी। इसमें 10वीं और 12वीं के करीब 90 फीसद बच्चे पास हो गए हैं। ऐसे में 10 फीसद बच्चों के लिए परीक्षा नहीं कराई जाएगी।
वहीं छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के परीक्षा परिणाम में फेल और पूरक आने वाले परीक्षार्थियों को भी निराश होना पढ़ रहा है। उनके लिए एक बार फिर श्रेणी सुधारने का अवसर अगस्त-सितंबर में मिलता था, लेकिन इस साल माध्यमिक शिक्षा मंडल में परीक्षा कराने के लिए राज्य सरकार से अनुमति मांगी है और अभी तक अनुमति नहीं मिली। ऐसे में 60 हजार से अधिक बच्चों का भविष्य अधर में लटक गया है।
बोर्ड में इतने बच्चों को मिली है पूरक की पात्रता
10वीं में 25 हजार 487 और 12वीं 34 हजार 880 परीक्षार्थियों को पूरक की पात्रता मिली है। दसवीं में कुल 162 परीक्षार्थियों के परिणाम विभिन्न कारणों से रोके गए हैं, जिसमें 39 परीक्षार्थियों के परिणाम नकल प्रकरण के कारण और 117 परीक्षार्थियों के परीक्षा परिणाम पात्रता के अभाव में निरस्त किए गए हैं। इसके अतिरिक्त 06 परीक्षार्थियों के परीक्षा परिणाम बाद में घोषित किए जाएंगे।
वहीं 12वीं में कुल 241 परीक्षार्थियों के परिणाम विभिन्न कारणों से रोके गए, जिसमें 70 परीक्षार्थियों के परिणाम नकल प्रकरण के कारण, 168 परीक्षार्थियों के परीक्षा परिणाम पात्रता के अभाव में निरस्त किए गए हैं तथा 01 परीक्षार्थियों के परीक्षा परिणाम जांच की श्रेणी में रोका गया है।
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