बलरामपुर, पवन कश्यप: ग्राम पंचायत विजयनगर केवंटापारा निवासी 32 वर्षीय पवन कश्यप का सव कुआं में तैरता हुआ मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी सूचना पर विजय नगर पुलिस ने मौके पर पहुंच सव को बरामद करके पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था, प्रथम दृष्यता से ही पुलिस ने हत्या की आशंका भी जताई थी और जांच शुरू कर दी थी ।
गौरतलब है कि पिछले दिनों वियजनगर में एक कुआँ में 32 वर्षीय पवन कश्यप पिता सुरेंद्र कश्यप का सव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी ग्रामीणों के सूचना पर विजयनगर चौकी प्रभारी विनोद पासवान ने टीम के साथ मौके पर पहुंच कर सव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था ।
परंतु चौकी प्रभारी विनोद पासवान ने प्रथम दृष्यता इसे हत्या की आशंका जताते हुए जिले के पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू को अवगत कराया जिसपर पुलिस अधीक्षक ने आगे की जांच कर करवाई करने हेतु निर्देशित किया था पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू के निर्देश पर तथा पुलिस अनुविभागीय अधिकारी नितेश कुमार गौतम के मार्गदर्शन पर पुलिस चौकी विजय नगर प्रभारी विनोद पासवान ने अपने टीम के साथ सूक्ष्मता से आगे की जांच प्रारम्भ कर दी।
इसी बीच पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने भी पुलिस की शक को यकीन में बदल दिया जिसके बाद पवन कश्यप के ही पड़ोसी 22 वर्षीय जगदीश भुइंया पिता तपेश्वर भुइंया निवासी विजयनगर को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो प्रारम्भ में उसने पुलिस को गोलमाल जवाब दिया परंतु शख्ती से जब पूछताछ की गई तो उसने साथियों के साथ मिलकर पवन कश्यप का हत्या किए जाने की बात कबुल कर ली।
जगदीश भुइंया ने स्वीकार किया की पवन कश्यप का गांव के ही एक विवाहित महिला से अवैध संबंध था बार बार समझाने के बाद नही पवन नहीं मान रहा था इसलिए घटना दिनांक से एक दिन पहले रात्रि लगभग 08 जगदीश भुइंया ने पवन को पुनः विवाहित महिला के साथ घर के पीछे देखा और हाथापाई भी हुई उसी समय पवन कश्यप का मोबाइल भी छीनकर तोड़कर फेंक दिए विवाद बढ़ता देख पवन कश्यप का साढ़ू दीपक कश्यप अपने पत्नी अर्चना कश्यप के साथ वहां पहुंचे और विवाद को खत्म करवाया ।
तथा सभी लोग अपने अपने घर गए और सो गए, फिर उसी समय रात्रि करीब 11 बजे पवन का साढ़ू दीपक जगदीश के घर गए और बोले कि बहुत हुआ अब पवन को निपटा दो थाना पुलिस और कोर्ट में जो खर्च लगेगा मैं लगाकर बचा लूंगा उसके बाद जगदीश ने अपने साथी फेकन और राधा भुइंया को बुलाया फिर दीपक ने उन दोनों साथियों के सामने भी यही बात दुहराया और पवन कश्यप को मारने का प्लानिंग तैयार हो गया।
उसके बाद सब अपने अपने घर जाकर सो गए दूसरे दिन अर्थात घटना दिनांक को सुबह लगभग 3:30 बजे जगदीस भुइंया पवन कश्यप के घर के पास रेकी करने लगा जब पवन कश्यप घर से निकला तो जगदीस ने तुरंत फेकन और राधा को जगाया और फिर तीनों ने मिलकर पवन कश्यप को पकड़ा और गला दबाकर मारकर उसे घसीटकर राजकुमार गुप्ता के कुंआ में डाल दिए, चौकी प्रभारी विजयनगर विनोद पासवान के द्वारा अपने टीम के साथ इस अंधे कत्ल की गुत्थी को मात्र 12 घंटे में ही सुलझा लिया गया जिससे पुलिस प्रशासन की जमकर सराहना हो रही है ।
फिलहाल पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर तथा हत्या में प्रयुक्त सामानों को जप्त कर आईपीसी की धारा 302, 201 और 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर सभी न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है, इस पूरे करवाई में अतिरिक्त प्रभारी रामदेव सिंह, शिव कुमार डहरिया, आदि सक्रिय रहे ।
Add Comment