
बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवात जवाद ओडिशा के पुरी पहुंचने से पहले ही सुस्त पड़ता नजर आया। आज दोपहर तक पुरी से टकराने की संभावना है। कमजोर पड़ने के बाद जवाद से नुकसान भी कम होने की उम्मीद जताई जा रही है।
मौसम विभाग के मुताबिक आज पुरी में जमीन से टकराने के पहले चक्रवात और भी कमजोर होते हुए गहरे दबाव में पहुंच जाएगा। पुरी में बारिश शुरू हो गई है। तूफान के कमजोर पड़ने से नुकसान और तबाही कम होने की संभावना है। हालांकि, आईएमडी ने अलर्ट जारी किया है।
तूफान के कमजोर होने के कारण आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के लोगों ने राहत की सांस ली है।
हालांकि, इस दौरान कई राज्यों में बारिश की आशंका जताई गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि पश्चिम बंगाल में गंगा के तटों से लगते क्षेत्रों और उत्तरी ओडिशा में अलग-अलग जगहों पर बारिश हो सकती है। इसके अलावा सोमवार को असम, मेघालय और त्रिपुरा के कई क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय मोहापात्रा ने कहा, जवाद के कमजोर पड़ने से अधिक नुकसान नहीं होगा लेकिन इस दौरान आंध्र प्रदेश व ओडिशा में बारिश बढ़ेगी जिससे फसलों को नुकसान हो सकता है। इसका जो भी असर होगा वह ओडिशा के गंजम, भदरक और बालासोर जिले में होगा। यह नुकसान चक्रवात की तबाही जैसा नहीं होगा। श्रीकाकुलम, विजियानगरम व विशाखापत्तनम में भी बारिश बढ़ेगी।
ओडिशा सरकार ने समुद्री तट के आसपास रहने वाले लोगों को खाली करा लिया है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, कोस्टल गार्ड समेत स्थानीय पुलिस के जवान भी तैनात हैं। मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार सुबह 5:30 बजे चक्रवात जवाद पुरी तट से 410 किमी व विशाखापत्तनम से 230 किमी दूर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर था।
यहां से यह कमजोर पड़ना शुरू हुआ और उत्तर की ओर बढ़ते हुए अगले 12 घंटे में इसके और कमजोर पड़ने का अनुमान है। वहां से यह उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर ओडिशा तट का रुख करेगा व रविवार दोपहर को गहरे दबाव में बदलते हुए पुरी में दस्तक देगा। यहां से यह और कमजोर होता हुआ पश्चिम बंगाल की ओर चला जाएगा।