रायपुर। बंगाल की खाड़ी में सक्रिय चक्रवाती तूफान अम्फन से सागर में अवदाब क्षेत्र बना हुआ है। इसकी वजह से छत्तीसगढ़ में बस्तर से लेकर सरगुजा तक मौसम पूरी तरह बदला हुआ है। पूरे छत्तीसगढ़ के अासमान पर बादल छाए हुए हैं।
इसके साथ ही बस्तर के कई इलाकों, राजनांदगांव, रायपुर, महासमुंद, धमतरी, कवर्धा, बिलासपुर और सरगुजा संभाग में कई स्थानों पर हल्की बारिश हो रही है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि यह चक्रवात 20 मई की दोपहर तक ओडिशा और बंगाल तट से टकराएगा। अभी यह तूफान पारादीप तट से करीब 750 किलोमीटर दूर है। वहीं दीघा तट से इसकी दूरी अभी करीब 900 किलोमीटर है।
सैटेलाइट से प्राप्त तस्वीर में छत्तीसगढ़ की ओर तेजी से बढते इस तूफान के प्रभाव को रेखांकित किया गया है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस समय जहां तूफान है वहां समुद्र की सतह का तापमान 31 से 32 डिग्री के बीच है। वर्टिकल विंड सामान्य गति से चल रही है और यही परिस्थितियां इसे और भी प्रभावशाली बनाने के लिए पूरी तरह अनुकूल हैं।
यह तूफान अब लगातार भीषण चक्रवात में तब्दील हो रही है और इसके असर से आगामी दो दिनों के भीतर राज्य में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। कहीं-कहीं पर ओलावृष्टि होने की आशंका है। इस दौरान आसमान बादलों से ढंका रहेगा और 40 से 50 किमी की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।
दक्षिण छत्तीसगढ़ को सबसे पहले करेगा प्रभावित
मौसम वैज्ञानिक ए एम भट्ट ने बताया कि अंडमान सागर से सक्रिय यह तूफान 18 से 20 मई तक बहुत तीव्र होकर छत्तीसगढ़ के समानान्तर गुजरते हुए पश्चिम बंगाल और ओडिशा के बीच टकराएगा। इसका पहला असर दक्षिण छत्तीसगढ़ में होगा। 22 मई तक इसका प्रभाव पूरे छत्तीसगढ़ में होगा।
Add Comment