सूरजपुर: लम्बे समय बाद आई पटरी पर जिन्दगी… गुमटी व ठेलों को खुलने की मंजुरी देने पर संचालकों ने किया राज्य शासन का शुक्रिया… मार्च माह से ही प्रतिष्ठानों को बंद रखने के दिये गये थे निर्देष…

सूरजपुर: लम्बे समय लाॅकडाउन की मार झेल रहे छोटे-छोटे ठेले और गुमटीयों में सामान व खाने की चिजें बेचने वालों की जिन्दगीयाॅ देर सवेर पटरी पर आ ही गई हैं जिससे उनके चेहरों पर राहत के भाव दिखाई पड़ रहे हैं। गौरतलब है कि मार्च माह से ही कोरोना वायरस को लेकर संपूर्ण लाॅकडाउन के साथ ही सभी प्रतिष्ठानों को बंद रखने के निर्देष दिये गये थे, जिसमें समय-समय पर आवष्यक सेवाओं का व्यापार करने वाली दुकानों को अनुमति प्रदान करने के साथ ही अन्य प्रतिष्ठानों को भी खुलने अनुमति मिल गई।
लेकिन रोजाना ठेले और गुमटीयों के माध्यम से व्यापार करने वाले छोटे-छोट व्यापारी लम्बे समय से लाॅकडाउन की मार झेल रहे थे, जिसपर राहत देते हुए राज्य शासन के निर्देषों पर जिले में कलेक्टर के द्वारा 25 मई 2020 को आदेष जारी करते हुए सुरक्षा मानकों की शर्तो के आधार पर चैपाटी, ठेला, चाट-पकौड़ी की दुकानों को खुलने अनुमति दी गई।
ऐसे ही एक सूरजपुर चैपाटी में चाट का ठेला चलाने वाले श्री गोविन्द से बात करने पर उन्होंने बताया कि लाॅकडाउन के दौरान शासन के द्वारा राषनकार्ड पर दिये जा रहे राषन के सहारे जिन्दगी कट रही थी, लेकिन ठेला खुल जाने से अब काफी राहत हो गई है इसके लिए उन्होनें राज्य शासन का धन्यवाद किया। बता दें कि गोविन्द सभी सुरक्षा मानकों का पालन कर ठेला संचालन कर रहे हैं, वे मुंह को मास्क से ढंक कर रखते हैं, ग्राहकों को सर्वप्रथम सेनिटाईजर से हाथ धुलाते हैं, और एक समय में दो से अधिक ग्राहकों की भीड़ ठेले पर नहीं होने देते।