
कोरबा। प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी विकास के तहत शहरी क्षेत्र का पहला गौठान कोरबा के गोकुलनगर में विकसित किया जाएगा। इस संबंध में कलेक्टर ने स्थल का निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्देश भी दिए।
शहरी क्षेत्रों के पशुओं के लिए गोकुल नगर में लगभग ढाई एकड़ भूमि पर सुसज्जित गौठान विकसित किया जाएगा। कलेक्टर ने कोरबा शहर का दौरा किया और लोगों की सुविधाओं के लिए की गई व्यवस्थाओं को भी देखा।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने सबसे पहले गोकुल नगर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। गोकुलनगर में पानी निकासी के लिए बनी नालियों को तत्काल साफ कराने के निर्देश दिए।
यहां प्रस्तावित गौठान निर्माण स्थल का भी निरीक्षण कर इस स्थान पर पशुओं को पीने के लिए पानी के हौज और स्थापित पानी की टंकियों में पर्याप्त पानी की व्यवस्था के निर्देश दिए।
इस स्थान पर वर्तमान में उपलब्ध सुविधाओं को बेहतर बनाने के साथ-साथ पक्की खरंजा ईंटों से पशुओं के बैठने के लिए प्लेट फार्म तैयार करने का काम तत्काल शुरू करने के नगर निगम के अधिकारियों को कहा।
इस गौठान में पशुओं के लिए शेड और पैरा की भी पर्याप्त व्यवस्था, वारवेट वायर से फेंसिंग कराकर पशुओं की सुरक्षा का इंतजाम भी करने के निर्देश दिए। इस दौरान नगर निगम आयुक्त एसके दुबे, अपर आयुक्त अशोक शर्मा सहित एसडीएम बीएस मरकाम और विभिन्न अधिकारी भी मौजूद रहे।
गोकुलनगर में 90 गुणा 30 वर्गमीटर क्षेत्रफल में प्रस्तावित कांजी हाउस स्थल का निरीक्षण कर कलेक्टर ने कांजी हाउस की फेंसिंग का काम शुरू करने के निर्देश दिए। कांजी हाउस के साथ ही मिनी पशु औषधालय स्थापित करने के निर्देश पशुचिकित्सा विभाग के अधिकारियों को दिए।
कलेक्टर ने गोकुल नगर बड़ी मात्रा इक_े हुए गोबर और गौमूत्र के समुचित निपटान के लिए बड़ा बायोगैस संयंत्र के निर्माण की कार्ययोजना बनाने तथा इस बायोगैस संयंत्र से बनने वाली गैस और स्लरी को उपयोग करने के लिए योजना बनाने के निर्देश भी दिए।
गोकुल नगर में बिजली की व्यवस्था और घरों में खाना बनाने आदि के लिए इस गैस के उपयोग की संभावनाओं पर विचार कर स्पष्ट योजना प्रस्तुत करने कहा। श्रीमती कौशल ने सीतामणी के नव निर्मित कांजीहाउस का भी निरीक्षण कर समुचित उपयोग के निर्देश दिए।
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