रायपुर। रोशनी के पर्व दीपावली पर लोग मिट्टी के दीपक जलाकर घरों व मंदिरों को जगमग करते थे। दीपावली के महीनों पहले कुम्हारों की बस्तियों में चहल पहल तेज हो जाती थी।
कुछ साल पहले मिट्टी के दीपक बनाने का काम बड़े पैमाने पर चलता था। लेकिन कुछ सालों से इलेक्ट्रानिक झालरों ने इन दीपकों की मांग कम की है। इस बार लोग ज्यादा से ज्यादा मिटटी के दीयों का उपयोग कर इन कुम्हारो की दिवाली को सही मायने में रोशन करे इसलिए रायपुर की दो संस्थानों ने अपने संयुक्त प्रयास से सब की दिवाली मुहीम की शुरुआत की गई ।
इस बार दीपावली में परिणीति स्वकारा फाउंडेशन एवं कोसल कथा की इस अनूठी मुहीम के तहत सड़क किनारे लगने वाली इन दुकानों पर एक विशेष सुसज्जित बोर्ड लगाया गया था।
जिसमे सब की दिवाली लिखा गया इस बोर्ड के माध्यम से संस्था बाजार में लोगों को दिया और मिटटी से बने सामान खरीदने की अपील किया और इन आर्थिक रूप से कमजोर ग्रामीणों को हर संभव मदद करने के लिए निवेदन भी किया। इस मुहीम के तहत दुकाने रायपुरा चौक, पुरानी बस्ती एवं कालीबाड़ी क्षेत्र में सजाई गई थी ।
मुहीम को पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, महापौर प्रमोद दुबे एवं बिल्डर आनंद सिंघानिया ने सराहना की और सोशल मीडिया में आम जनता से मिट्टी के दिए खरीदने की अपील की गई ।
इस अभियान के तहत परिणाम स्वरुप इस बार ज्यादा से ज्यादा लोगों ने दिवाली मिट्टी के दिए खरीदकर मनाया। संस्था के सदस्य आयुष का कहना है की प्रतिदिन लोग हम से जुड़ रहे है और सोशल मीडिया में प्रचार प्रसार के कारण बहुत सारे कुम्हारों की बिक्री भी बढ़ी है ।
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